दिल्ली : भारतीय व्यंजन में सबसे अधिक दाल-चावल (Dal-Chawal) प्रचलित है. लोग जमकर दाल खाना पसंद करते हैं. विभिन्न दालों में प्रोटीन (Protein) की बहुत अधिक मात्रा मौजूद होती है।

सभी दालें महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक हैं, विशेष रूप से शाकाहारी लोगों के लिए. लेकिन क्या आपको पता है जो दालें आप खरीदते हैं, वह सबसे अच्छी गुणवत्ता की है या नहीं. साथ ही इसमें कितनी मात्रा में पोषण और स्वास्थ्य लाभ हो सकता है।

आपको बता दें कि पॉलिश की गई दालें चमकदार और आकर्षक नजर आती हैं लेकिन क्या यह सच में पौष्टिक होती हैं. क्या हम दालों की सुंदरता को देखते हुए अपनी सेहत के साथ समझौता कर लेते हैं. आइए आपको बताते हैं कि आपके स्वास्थ्य के लिए कौन सी दाल अच्छी है।

दालों की चमक बढ़ाने और उन्हें आकर्षक बनाने के लिए उनकी पॉलिशिंग की जाती है. इस पूरी प्रक्रिया के लिए अलग-अलग पॉलिशिंग सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है।

 सबसे ज्यादा तेल और पानी से पॉलिशंग की जती है. ऐसा करने से दाल के प्रत्येक दाने को एक चमकदार रूप मिलता है.

कौन सी दाल है ज्यादा फायदेमंद
आपको बता दें कि दालों को पॉलिश करने से वह अपने प्राकृतिक पोषक तत्व खो देते हैं. दरअसल अनपॉलिश दाल में भूसी के रूप में प्राकृतिक फाइबर होता है, जो कि दाल से चिपका रहता है।

यह हेल्थ के लिए बहुत ही अच्छा होता है. पॉलिशिंग से दाल से प्राकृतिक फाइबर अलग हो जाता है. पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए दाल की भूसी जरूरी होती है।

 वहीं अनपॉलिश दाल में अधिक मात्रा में प्रोटीन मौजूद होता है. यह स्वाद देने के साथ-साथ प्राकृतिक पोषक तत्वों के अधिकतम पौष्टिक लाभों को प्राप्त करने में मदद करता है.

दाल खाने के फायदे

हार्ट रखता है दुरुस्त
दालों को शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है और यह हार्ट को दुरुस्त रखता है. ऐसे में हार्ट अटैक का जोखिम कम होता है।

 इसके अलावा कुछ दालों में पोटेशियम और सोडियम भी मौजूद होता है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखते हैं.

पोषण का बेहतरीन सोर्स
दालों में विटामिन और खनिज अधिक मात्रा में पाए जाते हैं. इनमें मौजूद पोषक तत्व आपके बैलेंस्ड डाइट के एक बड़े हिस्से को पूरा करते हैं।

 विशेषज्ञों की मानें तो, दालें फाइबर, कैल्शियम, पोटेशियम और फोलेट का एक बड़ा स्रोत हैं. वहीं दाल में प्रोटीन, आयरन, विटामिन बी, मैग्नीशियम और जिंक भी पाया जाता है. यह शरीर को हेल्दी रखता है।

डाइबिटीज का खतरा कम
दालों में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जिसके चलते इसे खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता. दाल खाने से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है.

इम्यूनिटी बढ़ाता है
दाल शरीर के इम्यूनिटी पावर को बूस्ट करती है और लोगों को कई बीमारियों से बचाती है।

 इसके अलावा फाइबर में उच्च होने के कारण ये पाचन तंत्र को साफ रखने में भी मदद करती है।(इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं नेशनल दुनिया इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)