आयुर्वेद  में कई जड़ी-बूटियां मौजूद हैं जो स्वास्थ्य को बढ़ावा देती हैं, इन्हीं में से एक है मुलेठी  जो कि यूरोप और एशिया के 
पाचन में करे सुधार

मुलेठी पाचन में सुधार के लिए शानदार जड़ी-बूटी है. यह पेट फूलना, सूजन और पेट में गड़बड़ी को कम करती है. मुलेठी भूख बढ़ाती है, अपच को कम करती है और शरीर में पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण को बढ़ावा देती है. इसकी जड़ में मौजूद कार्बेनेक्सोलोन और ग्लाइसीर्रिजिन एक हल्के रेचक के रूप में कार्य करते हैं, जिससे पेट की समस्याओं से तुरंत राहत मिलती है.

लिवर के इलाज में असरदार

मुलेठी का एंटीऑक्सीडेंट गुण मुक्त कण और विषाक्त पदार्थों की वजह से होने वाले नुकसान से लिवर को बचाता है. यह हेपेटाइटिस, फैटी लिवर, पीलिया जैसे रोगो के इलाज में मदद करता है. मुलेठी की जड़ की चाय पीने से लिवर के स्वास्थ को फायदा होता है.

गठिया से राहत

myUpchar के अनुसार गठिया के सबसे प्रमुख लक्षणों में जोड़ों के दर्द, जकड़न और सूजन शामिल है. यह गठिया के इलाज में सहायक है. इसके अलावा सूजन वाले रोगों जैसे रुमेटाइड अर्थराइटस आदि के इलाज में मुलेठी का इस्तेमाल होता है. मुलेठी की चाय पीने से सूजन और दर्द से राहत मिलती है.

इम्युनिटी बढ़ाने में फायदेमंद

यह आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी शरीर के सामान्य स्टेमिना (ताकत) और ऊर्जा के स्तर में सुधार करती है. मुलेठी में मौजूद बायो-एक्टिव तत्व दुर्बलता, कमजोरी और थकान को कम करते हैं और जीवन शक्ति में सुधार करते हैं. मुलेठी में मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुण प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करते हैं और शरीर को विभिन्न माइक्रोबियल संक्रमणों से बचाते हैं.