नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोमवार को कहा कि शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए औषधीय बूस्टर के बजाए प्राकृतिक बूस्टर अधिक प्रभावशाली हैं।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौर में हर नागरिक के लिए अच्छे पोषण, भोजन के तत्वों और रोग प्रतिरोधी प्रणाली पर पड़ने वाले इसके प्रभाव के बारे में जागरुक होना और जरूरी हो गया है।

कार्मिक राज्य मंत्री एवं प्रसिद्ध मधुमेह रोग विशेषज्ञ सिंह ने कहा, ‘‘अच्छा और सुरक्षित भोजन आपके शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाएगा, जिससे बीमारियों से लड़ने में मदद मिलेगी, इसी लिए खाद्य श्रृंखला के हर चरण पर भोजन को सुरक्षित रखने और स्वास्थ्यवर्धक बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए।’’

उन्होंने पिछले दो दशक में अहम चिकित्सकीय पत्रिकाओं में प्रकाशित अध्ययनों के हवाले से कहा कि मरीजों को विटामिन की गोलियां और एंटी ऑक्सीडेंट गोलियां या कैप्सूल देना उचित हो सकता है, लेकिन विटामिन और एंटी ऑक्सीडेंट के प्राकृतिक स्रोत अधिक विश्वसनीय एवं प्रभावशाली हैं।

कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, सिंह ने विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2021 के अवसर पर ‘पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ द्वारा ‘स्वस्थ कल के लिए आज सुरक्षित भोजन’ विषय पर आयोजित एक सम्मेलन में भाषण देते हुए कहा कि प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए औषधीय बूस्टर के बजाए प्राकृतिक बूस्टर अधिक प्रभावी है।

सिंह ने कहा कि मधुमेह के उपचार के बारे में एक प्रचलित मिथक यह है कि कार्बोहाइड्रेट लेना पूरी तरह वर्जित है, लेकिन सच्चाई यह है कि हर व्यक्ति के लिए, भले ही वह मधुमेह से पीड़ित हो या नहीं, उसके 24 घंटे के संतुलित आहार का करीब 60 प्रतिशत हिस्सा कार्बोहाइड्रेट होना चाहिए क्योंकि वे शरीर में ऊर्जा का स्रोत हैं और अग्नाशय को इंसुलिन का उत्पादन करने के लिए भी सक्रिय करते हैं।

इस बीच, अर्जेंटीना के राजदूत ह्यूगो जेवियर गोब्बी ने अपने भाषण में कहा कि उनका देश खाद्य सुरक्षा सहित सभी मामलों पर भारत के साथ पूरा सहयोग कर रहा है।