नई दिल्ली : बदलते लाइफस्टाइल ने आज बुजुर्ग अवस्था में पनपने वाली शुगर की बीमारी को बच्चों में भी पैदा कर दिया है। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो शरीर के पैंक्रियाज से इंसुलिन की मात्रा को स्लों करने का काम करती है।

अगर समय पर कंट्रोल नहीं किया जाए तो बॉडी में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है। इंसुलिन बंद होने के बाद मरीज को इंसुलिन इंजेक्शन लगाने की नौबत आने लगती है। शुगर एक ऐसी बीमारी है जो बदलते लाइफस्टाइल और खान-पान की गड़बड़ी की बदौलत पनपती है।

शुगर के मरीजों को इस बीमारी पर काबू पाना है तो सबसे पहले अपनी डाइट से उन चीजों को निकाले जो शुगर बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। आईए जानते हैं कि शुगर के मरीजों को अपनी डाइट से किन फल और सब्जियों को निकालना जरूरी है।

आलू और शकरकंद से करें परहेज: डायबिटीज रोगियों को आलू और शंकरकंदी नहीं खानी चाहिए। आलू में पोटेशियम, फाइबर, विटमिन सी, विटमिन बी, कॉपर, ल्यूटिन और मैंगनीज भरपूर मात्रा में उपल्बध होता है, जो शुगर के मरीजों के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। आलू में स्टार्च होता है जो शुगर के मरीजों के लिए खतरनाक है। आप चाहें तो आलू को कभी-कभार उबाल कर खा सकते हैं। मगर रोज-रोज इसका सेवन आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ है। डायबिटीज रोगियों के लिए आलू सबसे बड़ा खतरा है।

चीकू: मधुमेह रोगियों को अपने आहार से चीकू को दूर ही रखना चाहिए। यह फल बहुत ही मीठा होता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बढ़ा हुआ होता है। इसका सेवन करने से शुगर का लेवल बढ़ जाता है।

चुकंदर: चुकंदर में नेचुरल मिठास काफी मात्रा में होती है, जिस वजह से यह आपके शरीर का शुगर लेवल बढ़ाने का काम करता है। शुगर के मरीज को चुकंदर से दूरी बना कर रखना चाहिए ये आपके सेहत के साथ खिलवाड़ कर सकता है।

फुल क्रीम दूध से परहेद करें: डायबिटीज के मरीजों को फैट मिल्क से बचना चाहिए। फैट शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ा सकता है। फुल फैट वाले दूध की जगह आप लो फैट वाले दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं।

स्वीट कॉर्न: स्वीट कॉर्न में स्टार्च की मात्रा बहुत अधिक होती है। इनका रोज सेवन करने से शरीर में ग्लूकोज की मात्र तेज़ी से बढ़ने लगती है। जहां तक हो सके इससे परहेज करें।