शिमला : कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि वह राज्य में अग्रिम मोर्चे पर खड़े होकर पार्टी का नेतृत्व करना चाहते हैं और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में उन पांच सीटों में से किसी एक सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं, जहां पिछले चुनाव में उनकी पार्टी के उम्मीदवारों की जमानत राशि जब्त हो गई थी।

हाल में राज्य में हुए उपचुनावों में मंडी संसदीय सीट और फतेहपुर, अर्की और जुब्बल-कोटखाई की तीन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत से उत्साहित राठौर ने मुश्किल सीटों से चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि वह आगे आकर पार्टी का नेतृत्व करना चाहते हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “अगर पार्टी आलाकमान मुझसे ऐसा करने के लिए कहता है, तो मैं उन पांच सीटों में से एक से चुनाव लड़कर आगे आकर पार्टी का नेतृत्व करने के लिए तैयार हूं, जिन सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों ने अपनी जमानत राशि तक खो दी थी।“ गौरतलब है कि कांग्रेस उम्मीदवारों ने 2017 के विधानसभा चुनाव में शिमला शहरी, ठियोग, देहरा और जोगिंदर नगर सीटों और 2019 के उपचुनाव में धर्मशाला में अपनी जमानत राशि तक खो दी थी। राठौर ठियोग के ही रहने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हाल के उपचुनावों में जीत के बाद कांग्रेस कुल 68 विधानसभा सीटों में से उन 23 सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां से वह पिछले कई चुनाव में जीत नहीं सकी है।

राठौर ने कहा, “मैंने खुद पार्टी को पुनर्जीवित करने के लिए उन 23 विधानसभा सीटों में से 11 में जन जागरण अभियान के तहत 100 किलोमीटर की 'पदयात्रा' की है।’’

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने 14 नवंबर को पांवटा साहिब से अपनी 'पदयात्रा' शुरू की थी, जो पहले चरण में एक दिसंबर को भोरंज में समाप्त हुई थी।

कांग्रेस नेता ने कहा कि वह जल्द ही शेष 12 विधानसभा क्षेत्रों में अपनी पदयात्रा का दूसरा चरण शुरू करेंगे जहां उनकी पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा है।