हैदराबाद : टीका निर्माता कंपनी भारत बायोटेक के चिकनगुनिया टीके के क्लीनिकल परीक्षण के आरंभिक चरण की शुरुआत करते हुए, कोस्टारिका में पहले प्रतिभागी को इसकी खुराक दी गयी है। इंटरनेशनल वैक्सीन इंस्टीट्यूट (आईवीआई) ने इसकी घोषणा की।

आईवीआई ने कहा कि यह परीक्षण उसके नेतृत्व में और भारत बायोटेक के साथ साझेदारी में एक बहु-उद्देशीय अध्ययन की शुरुआत है और इसका वित्तपोषण भारत के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के ‘इंड-सीईपीआई’ मिशन के समर्थन से महामारी तैयारी नवाचार गठबंधन (सीईपीआई) ने किया है।

भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने कहा, ‘‘ सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल में महामारी की तैयारी एक अहम कदम है। भारत बायोटेक का टीका गहन शोध के बाद तैयार किया गया है और हम इस अध्ययन में भाग लेने के लिए कोस्टारिका के पहले स्वयंसेवी को धन्यवाद देते हैं। आईवीआई के नेतृत्व वाले बहु-उद्देशीय मानव परीक्षण ने सुरक्षा और प्रतिरोधक क्षमता के मूल्यांकन को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षण चरण शुरू किया है।’’

यह घोषणा भविष्य की महामारियों से निपटने के लिए मार्च 2021 में शुरू की गई सीईपीआई की 3.5 अरब अमेरिकी डॉलर की योजना को आगे बढ़ाती है, जिसमें चिकनगुनिया सहित विभिन्न बीमारियों के लिए टीके विकसित करना शामिल है।

सीईपीआई ने पहली बार जून 2020 में आईवीआई और भारत बायोटेक के साथ भागीदारी की और टीका के ​​विकास के लिए 1.41 करोड़ अमेरिकी डॉलर की राशि प्रदान की गई।