जम्मू: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के होंजार गांव में बादल फटने की घटना के बाद लापता 20 लोगों का पता लगाने का अभियान बृहस्पतिवार को जारी रहा।



सुदूर गांव में बुधवार की सुबह बादल फटने की घटना में सात लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य व्यक्ति जख्मी हो गए। इस घटना में 21 घर, एक राशन भंडार, एक पुल, एक मस्जिद और गायों के लिए बनी शेड भी क्षतिग्रस्त हो गई।



अधिकारियों ने बताया कि पुलिस, सेना और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) का संयुक्त बचाव अभियान जारी है, ताकि नौ महिलाओं सहित लापता लोगों की तलाश की जा सके।



पुलिस महानिदेशक सह होम गार्ड, सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ के कमांडेंट जनरल वीके सिंह ने बताया कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की एक टीम जम्मू से किश्तवाड़ के लिए आज सुबह पौने छह बजे रवाना हुई, जबकि एक अन्य संयुक्त टीम जल्द श्रीनगर रवाना होगी।



उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की दो और टीम जम्मू और श्रीनगर हवाई अड्डे पर मौजूद है जिसे मौसम ठीक होते ही रवाना किया जाएगा।



भारतीय वायुसेना ने बुधवार को एक टीम को वहां हवाई मार्ग से पहुंचाने का प्रयास किया लेकिन खराब मौसम के कारण वापस जम्मू हवाई अड्डे पर लौट आया।



पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जम्मू क्षेत्र) मुकेश सिंह बुधवार की रात सड़क मार्ग से किश्तवाड़ पहुंचे और जिला अस्पताल में घायल लोगों से मुलाकात की।



घटना में मरने वाले लोगों के परिजन के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार ने पांच लाख रुपये मुआवजा और जख्मी लोगों को 50-50 हजार रुपये तथा एसडीआरएफ के तहत 12,700 रुपये देने की घोषणा की है।



उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा था, ‘‘जम्मू-कश्मीर सरकार प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए हरसंभव सहयोग देगी। इन विषम परिस्थतियों में प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों का सहयोग करना हमारा कर्तव्य है।’’



मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में रात के दौरान बारिश नहीं हुई।