जम्मू उत्तर भारत में शिक्षा के केंद्र के तौर पर उभरा है : केंद्रीय मंत्री

जम्मू : केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शुक्रवार को कहा कि नरेंद्र मोदी के देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद जम्मू क्षेत्र पिछले सात वर्षों में उत्तर भारत में शिक्षा के केंद्र के तौर पर उभरा है।

उन्होंने कहा कि जम्मू और श्रीनगर के लिए एक साथ मंजूर की गई परियोजनाओं में जम्मू में काम शुरू हो चुका है, लेकिन घाटी की ‘‘विचित्र परिस्थितियों’’के कारण वहां परियोजनाएं अटकी हुई हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री ने कहा, ‘‘जम्मू आज उत्तर भारत में शिक्षा के केंद्र के तौर पर उभरा है। हमारे पास आईआईएम, आईआईटी, भारतीय जनसंचार संस्थान, एम्स और तीन सरकारी मेडकिल कॉलेज दस से 20 किलोमीटर के दायरे में हैं। साथ ही केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू में उत्तर भारत में इसरो द्वारा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी विभाग का पहला शिक्षण केंद्र है।’’

वह यहां भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के चौथे दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे, जिसकी अध्यक्षता उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने की।

संसद में जम्मू-कश्मीर के उधमपुर-कठुआ क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सिंह ने कहा कि उत्तर भारत का पहला बायोटेक पार्क कठुआ में बन रहा है। इसके अलावा यहां कई इंजीनियरिंग कॉलेज भी बन रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह सब पिछले सात वर्षों में हुआ है और इसका श्रेय मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार को जाता है।’’ उन्होंने कहा कि जम्मू क्षेत्र में बन रहा स्टेडियम देश के सबसे बड़े स्टेडियम में से एक होगा, जिसका नाम पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली के नाम पर होगा। इसके अलावा उधमपुर के मनसार में एक वाटर स्पोट्र्स परिसर बनेगा।

उन्होंने कहा कि जम्मू और श्रीनगर के लिए एक साथ मंजूर की गई परियोजनाओं में से जम्मू में काम चल रहा है जबकि घाटी में ये अटकी हुई हैं।