जम्मू : नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्रियों-- पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के आलोचकों की आलोचना की और कहा कि इतने बड़े राष्ट्रीय नेताओं के विरूद्ध ‘अपमानजनक टिप्पणियों’ से वह आहत हैं।

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नेहरू ने उनके पिता एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला को जेल में डाला तथा इंदिरा गांधी ने 1984 में उनकी सरकार बर्खास्त कर दी, उसके बाद भी कांग्रेस के इन दिग्गजों के प्रति उनके मन में बड़ा सम्मान है।

उन्होंने कहा, ‘‘स्वतंत्रता संग्राम के दौरान और उसके बाद नेहरू की भूमिका काबिले तारीफ है। उन्होंने आजादी की लड़ाई में देश का नेतृत्व किया और बाद में जब हम छोटी सूई के लिए भी विदेश पर निर्भर थे, तब उन्होंने औद्योगिक क्रांति की बुनियाद डाली तथा देश को परमाणु शक्ति बनाया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम अमेरिका से जिस गेहूं को आयात करते थे, वह जानवरों के लिए भी खाने लायक नहीं होता था। लेकिन (इंदिरा) गांधी ने कृषि क्षेत्र में क्रांति लायी और हम अधिशेष अनाज का निर्यात करने लगे।’’

अब्दुल्ला ने कहा कि राष्ट्रनिर्माण में इन दो नेताओं का योगदान शानदार है। उन्होंने कहा, ‘‘ आज भारत जो है, वह नेहरू एवं (इंदिरा) गांधी के कारण ही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ नेहरू ने मेरे पिता को जेल में डाला और इंदिरा गांधी ने मेरी सरकार को बर्खास्त कर दिया ... लेकिन देश के प्रति उनके योगदान के चलते उनके लिए मेरे मन में बड़ा सम्मान है।’’

भाजपा का नाम लिये बगैर अब्दुल्ला ने कहा कि जो लोग उनपर अंगुलियां उठा रहे हैं, वे जब सत्ता से बाहर होंगे, तब उनकी भी वही स्थिति होगी। उन्होंने कहा, ‘‘ यह प्रकृति का कानून है, जो जैसा बोएगा, वह वैसा ही काटेगा।’’