गिरिडीह: झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को यहां आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आदिवासियों के कल्याण से कोई सरोकार नहीं है, वह तो सिर्फ “अधिक से अधिक रुपया बनाने” में जुटे हुए हैं।

सोरेन सरकार के खिलाफ यहां आयोजित आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने आरोप लगाया, “ राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है। राज्य में विकास कार्य ठप हैं। हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार का गरीबों और आदिवासियों से कोई नाता नहीं रह गया है।”

उन्होंने इल्ज़ाम लगाया कि सरकार का पूरा ध्यान केवल “रुपये कमाने” में लगा हुआ है।

मरांडी ने आरोप लगाया कि सोरेन सरकार में हत्या, बलात्कार और लूट के मामले कई गुना बढ़ गए हैं।

उन्होंने यह भी दावा किया कि झारखंड के लोग रेत की कमी का सामना कर रहे हैं लेकिन सरकार पिछले तीन साल में एक भी रेत घाट की नीलामी नहीं कर पाई।

मरांडी का यह बयान तब आया है जब शुक्रवार को ही सोरेन सरकार ने विधानसभा से दो अहम विधेयक पारित कराए हैं। विधानसभा ने 1932 के खतियान के आधार पर राज्य में स्थानीयता की नीति तय करने और पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण 14 प्रतिशत से बढ़ा कर 27 प्रतिशत करने के फैसले के साथ विभिन्न वर्गों के लिए कुल आरक्षण 77 प्रतिशत करने का संशोधन विधेयक पारित कर दिया।