रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को यहां सात नए पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों का उद्घाटन करने के बाद कहा कि कोविड-19 के बीच राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के प्रयास जारी हैं और सरकार महामारी की तीसरी लहर से लड़ने को तैयार है।

सोरेन ने आज ‘पाथ ऑर्गेनाइजेशन’ नामक संस्था के सहयोग से राज्य के विभिन्न अस्पतालों में स्थापित किए गए सात नए पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों का ऑनलाइन उद्घाटन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है और प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक स्वास्थ्य से संबंधित आधारभूत संरचना को मजबूत किया जा रहा है ताकि लोगों को उनके घर के पास स्थित अस्पतालों या स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर चिकित्सीय लाभ मिल सके।

उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सरकार द्वारा जो भी स्वास्थ्य संरचनाएं खड़ी की गई हैं, उनका कोरोना महामारी के अलावा भविष्य में भी बेहतर इस्तेमाल हो।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लगभग दो वर्ष पहले जब कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया में दस्तक दी थी तो झारखंड भी इससे अछूता नहीं रहा। हमारी सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती राज्य में जांच सुविधा उपलब्ध न होने की थी। लेकिन आज हर जिले में पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जा चुके हैं। कोरोना की जांच के लिए आरटीपीसीआर और अत्याधुनिक कोबास मशीन भी यहां है।’’

उन्होंने कहा कि अस्पतालों में लगभग 25 हज़ार बिस्तर उपलब्ध हैं और अब राज्य में ऑक्सीजन युक्त बिस्तर, आईसीयू तथा वेंटीलेटर की भी पर्याप्त उपलब्धता है।

सोरेन ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि चिकित्सीय संसाधनों की कमी से किसी मरीज को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सीमित संसाधनों के बीच बेहतर प्रबंधन के साथ हमने कोरोना के खिलाफ जंग शुरू की और सभी ने देखा है कि पहली दो लहरों को नियंत्रित करने में काफी हद तक कामयाबी हासिल की। अभी तीसरी लहर चल रही है और इसे भी काबू में करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।’’