रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के 23वें स्थापना दिवस के अवसर पर मंगलवार को घोषणा की कि प्रदेश के सूखाग्रस्त 226 प्रखंडों में लगभग 31 लाख किसान परिवारों को सूखा राहत हेतु 3,500 रुपये की राशि तत्काल उपलब्ध करायी जायेगी।

झारखंड की स्थापना की 22वीं वर्षगांठ के अवसर पर यहां मोरहाबादी मैदान में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की और कहा कि झारखंड खनिज संपदा के साथ वीरों की भूमि रही है अतः जनता के सहयोग से राज्य को अपने बलबूते सशक्त और मजबूत बनाएंगे।

अपने भाषण में मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले तो किसानों को समय पर खाद और बीज नहीं मिलते थे लेकिन इस बार हमारी सरकार ने समय से पहले किसान भाइयों को खाद और बीज उपलब्ध कराने का काम किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने राज्य के चिन्हित सूखाग्रस्त 226 प्रखंडों में लगभग 31 लाख किसान परिवारों को सूखा राहत हेतु 3,500 रुपये की राशि तत्काल उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।’’

सोरेन ने कहा, ‘‘हमारे पूर्वजों ने यहां के लोगों के अस्तित्व और सम्मान के लिए अनेक लड़ाइयां लड़ी हैं और इस दौरान वह न कभी रुके न कभी थके।’’

उन्होंने कहा कि लोगों को रोजगार देने के लिए भी उनकी सरकार तेजी से काम कर रही है जिसके लिए सरकारी नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। सरकार ने बच्चियों के लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना शुरू की है। हमारी सरकार ने इस योजना से राज्य की नौ लाख बच्चियों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इस योजना के तहत बच्चियों को लाभ दिया जा रहा है और 18 वर्ष पूरा होने पर उन्हें एकमुश्त 40 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उनकी सरकार उच्च शिक्षा के लिए भी छात्र/छात्राओं को मदद करेगी।

मुख्यमंत्री ने करोड़ों रुपये की अनेक योजनाओं का भी शिलान्यास एवं शुभारंभ किया।

स्थापना दिवस के कार्यक्रम में पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होना था लेकिन अंतिम समय में उनका कार्यक्रम रद्द हो गया। बाद में राज्यपाल रमेश बैस को मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल होना था लेकिन उनकी तबीयत ठीक न होने की जानकारी दी गयी।

राज्यपाल के न पहुंचने के कारण आनन फानन में राज्य सरकार ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के मुखिया एवं मुख्यमंत्री के पिता शिबू सोरेन को कार्यक्रम का मुख्य अतिथि घोषित किया।