रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने  यहां कहा कि कोविड की विभीषिका में हम स्वयं चिकित्सक हैं और हम ही मरीज भी हैं ऐसे में यदि जनता कोविड से बचाव की तय मानक प्रक्रियाओं का पालन करे तो आगे किसी भी और लहर से बचा जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने आज राज्य के प्रमुख संपादकों एवं पत्रकारों के साथ अपने आवास पर मुलाकात में यह बात कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण हमारी आपस में मुलाकात नहीं हो पा रही थी और हम सब के सम्मिलित प्रयास से अब जब परिस्थितियां सामान्य होने लगी हैं तो मीडिया एवं सरकार के बीच ब्रिज बनाने हेतु इस तरह की भेंट वार्ता काफी कारगर सिद्ध होंगे।

उन्होंने कहा कि कोविड में टीकाकरण और कोविड की तय मानक प्रक्रियाओं का पालन ही बचाव का सबसे महत्वपूर्ण उपाय है और यह दोनों ही कार्य स्वयं जनता के हाथ में है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसीलिए उनका मानना है कि कोविड महामारी के मामले में ‘हम स्वयं चिकित्सक हैं और हम ही मरीज भी हैं।’