रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ किए जाने से एक दिन पहले बुधवार को कहा कि आपको तय करना है कि इस राज्य में षडयंत्रकारियों का राज चलेगा या आदिवासियों का।

सोरेन ने अपने आवास पर एक संबोधन में कहा, ‘‘आपको तय करना है कि इस राज्य में षड्यंत्रकारियों का राज चलेगा या यहां के आदिवासियों का। हमें सत्ता से बेदखल करने के लिए ये लोग लगे हुए हैं, इन्हें पता है कि अगर मैं पांच वर्ष तक यहां टिक गया तो आदिवासियों को मजबूत कर दूंगा।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जो लोग बाहर से आकर यहां राजनीति करते हैं उन्हें मैं बाहर कर दूंगा।’’

गौरतलब है कि अवैध खनन मामले में मुख्यमंत्री सोरेन को ईडी ने बृहस्पतिवार को पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले रांची में मुख्यमंत्री आवास पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के विधायकों की बैठक हुई। सभी विधायकों को रांची में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य में सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने बड़ी रैली करने और विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है।

इससे पहले मंगलवार को सोरेन ने ईडी के समक्ष पेश होने के लिए 16 नवंबर की तारीख मांगी थी जिसे जांच एजेंसी ने खारिज कर दिया था तथा उन्हें तय समय पर 17 नवंबर को ही ईडी के समक्ष पेश होने को कहा था।

इस बीच, यहां नयी परिस्थितियों में उपलब्ध विकल्पों पर विचार के लिए बैठकों का दौर जारी है। सबसे पहले बुधवार शाम चार बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई और उसके बाद झामुमो की बैठक मुख्यमंत्री आवास पर हुई। फिर देर शाम तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री आवास पर महागठबंधन विधायक दल की बैठक हुई जिसमें मुख्यमंत्री के नेतृत्व पर भरोसा जताया।

सोरेन से पूछताछ के लिए दिल्ली के ईडी मुख्यालय से संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी यहां पहुंच गये हैं। ईडी ने झारखंड के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर उसके दफ्तर के बाहर उचित सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध किया है।