बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को कहा कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाने के केन्द्र के निर्णय के बाद उनकी सरकार ईंधन कर में और कटौती के बारे में विचार करेगी।

बोम्मई का विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में शामिल होने के लिए रविवार को दावोस जाने का कार्यक्रम है। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में उम्मीद जताई की राज्य में और निवेश आएगा।

पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाने के केन्द्र के निर्णय के बाद उनकी सरकार द्वारा कोई कदम उठाए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘केन्द्र का निर्णय शनिवार रात सामने आया, हम इस पर विचार करेंगे।’’

ईंधन उत्पादों की लगातार बढ़ती कीमतों से आम जनजीवन पर पड़ रहे असर को देखते हुए केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमशः आठ रुपये एवं छह रुपये प्रति लीटर तक की कटौती करने की घोषणा की थी।

इसके साथ ही सरकार ने घरों में इस्तेमाल होने वाले एलपीजी सिलेंडर पर 200 रुपये प्रति सिलेंडर की रियायत देने की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को एक साल में 12 गैस सिलेंडरों पर यह रियायत दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ पेट्रोल की कीमत 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत सात रुपये प्रति लीटर कम हो जाएगी.....यह महिलाओं के लिए भारी राहत लेकर आएगा। हमारी सरकार ‘जनता की’ और ‘जनता के लिए’ है। यह जनता के हित में लिया गया निर्णय है।’’

उन्होंने दावोस यात्रा की जानकारी देते हुए कहा, ‘‘हम आज रवाना होंगे और कल से वहां सत्र प्रारंभ होगा। कल एक सत्र होगा और अगला सत्र 24 मई को होगा। हम उसमें शामिल होंगे। हम दुनिया भर के कई नेताओं और कारोबारियों से मुलाकात करेंगे।’’