भोपाल: कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर टेम और सुथालिया सिंचाई परियोजनाओं से प्रभावित लोगों के बारे में बातचीत करने के लिये मुलाकात का समय मांगा है। दिग्विजय ने कहा है कि यदि 20 जनवरी तक उन्हें मुलाकात का समय नहीं मिलता है तो वह मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के बाहर धरना देगें।

चौहान को संबोधित रविवार को लिखे पत्र में सिंह ने दावा किया कि मुख्यमंत्री पिछले एक महीने से उन्हें मिलने का समय नहीं दे रहे हैं । उन्होंने कहा कि यह परियोजना के प्रभावित व्यक्तियों और किसानों के प्रति मुख्यमंत्री का असंवेदनशील रवैया दिखाता है।

सिंह ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री 20 जनवरी तक मुलाकात नहीं करते हैं तो वह प्रभावित किसानों के साथ मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के बाहर धरना देने को मजबूर होगें।

प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके सिंह ने कहा कि उन्होंने दो बांधों से प्रभावित लोगों की दुर्दशा को उजागर करते हुए कई पत्र लिखे लेकिन मुख्यमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया।

सिंह ने दावा किया कि टेम और सुथालिया परियोजनाओं के कारण हजारों एकड़ भूमि जलमग्न हो जाएगी जबकि कई गांव आंशिक या पूरी तरह से पानी में डूब जाएंगे।

उन्होंने कहा कि भोपाल, राजगढ़ और विदिशा जिले में प्रभावित लोगों को बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है।

सिंह ने पत्र में कहा, ‘‘ मैं कोविड-19 के सभी दिशा निर्देशों का पालन करके आपके साथ एक बैठक के दौरान दो परियोजनाओं से प्रभावितों में से प्रत्येक के 15 किसानों को साथ लाऊंगा।’’ प्रदेश के गृह मंत्री और सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को सिंह पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘ अभी ओले गिरे मप्र में, कहीं दिग्विजय सिंह जी दिखे? आपदा और विपत्ति की घड़ी में कभी नहीं दिखे होंगे? तीसरी लहर आ गई कोरोना की, किसी अस्पताल में दिखे? कहीं अनाज बांटते हुए दिखे, गरीबों को? चिट्ठी तो वह कमलनाथ जी को भी लिखते थे, उमंग सिंघार (पूर्व वन मंत्री एवं कांग्रेस विधायक) को भी लिखते थे। मैं मानता हूं कि यह राजनीतिक पाखंड है । वह चाहे तो आराम से बात कर सकते हैं, मिल सकते हैं। हमारे मुख्यमंत्री जी तो खुद ही खेत, खेत जा रहे हैं। चाहते तो वो ओले भी देख लेते और कहीं भी मिल लेते।’’