भोपाल: ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान इंदौर के अलग-अलग स्थानों पर भीषण बम धमाकों की धमकी देने वाला पत्र मिलने के एक दिन बाद मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को कहा कि इस पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता एवं सांसद राहुल गांधी को सुरक्षा प्रदान करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।

पुलिस के मुताबिक, डाक से भेजे गए पत्र में वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र किया गया है और इस महीने के आखिर में ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान इंदौर के अलग-अलग स्थानों पर भीषण बम धमाकों तथा राहुल गांधी व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को जान से मारने की धमकी दी गई है।

मिश्रा ने इस धमकी भरे पत्र के बारे में पूछे जाने पर यहां संवाददाताओं के कहा, ‘‘मध्यप्रदेश में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में राहुल गांधी जी की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है और सरकार इसे लेकर प्रतिबद्ध है। कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि जहां तक सुरक्षा प्रदान करने का संबंध है, यह हमारी प्रतिबद्धता है।’’

मंत्री ने कमलनाथ पर इस महीने की शुरुआत में एक समारोह के लिए खालसा स्टेडियम जाकर 1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों के ‘‘जख्मों पर नमक छिड़कने’’ का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा,‘‘ कमलनाथ शायद नहीं चाहते कि राहुल गांधी की यात्रा राज्य में प्रवेश करे।’’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के इंदौर पहुंचने से महज 10 दिन पहले शहर में मिठाई-नमकीन की एक दुकान के पते पर भेजे गए धमकी भरे पत्र को लेकर पुलिस ने बृहस्पतिवार को अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

जूनी इंदौर क्षेत्र में मिठाई-नमकीन की एक दुकान के पते पर भेजे गए पत्र के आधार पर पुलिस ने भारतीय दंड विधान की धारा 507 (अज्ञात व्यक्ति द्वारा आपराधिक धमकी) के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।

गौरतलब है कि इस यात्रा में शामिल लोगों का इंदौर के उस खालसा स्टेडियम में 28 नवंबर को रात्रि विश्राम प्रस्तावित है जो कुछ दिन पहले कमलनाथ से जुड़े विवाद का गवाह बन चुका है।

इस स्टेडियम में आठ नवंबर को गुरु नानक जयंती के धार्मिक कार्यक्रम में कमलनाथ के स्वागत-सम्मान के बाद मशहूर कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों की हिंसा की ओर स्पष्ट इशारा किया था और आयोजकों पर तीखे शब्दों में मंच से नाराजगी जताई थी।

विवाद के बाद भाजपा के स्थानीय नेताओं ने घोषणा की है कि अगर गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा के साथ कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने इस स्टेडियम में कदम रखा, तो भाजपा कार्यकर्ता काले झंडे दिखाकर उनका विरोध करेंगे।