नई दिल्ली. सियासी बिसात पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार ने बड़ी चाल चली है. एनसीपी नेता मंगलवार को दिल्ली में गैर कांग्रेस विपक्ष के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. 

दरअसल मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ 2018 में यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रमंच का गठन किया था. सिन्हा अब टीएमसी के उपाध्यक्ष हैं. दिल्ली में शाम 4 बजे एनसीपी नेता के आवास पर होने वाली बैठक में शरद पवार और यशवंत सिन्हा  के अलावा कुछ और नेता भी शामिल होंगे. बैठक से जुड़े एक नेता ने कहा कि शरद पवार राष्ट्रमंच  को सुझाव देंगे.

हालांकि राष्ट्रमंच कोई राजनीतिक मंच नहीं है, लेकिन भविष्य में इसके माध्यम से किसी तीसरे विकल्प की संभावना से इनकार भी नहीं किया जा सकता, क्योंकि राष्ट्र मंच में सरकार के खिलाफ राजनीतिक समेत अन्य मसलों पर चर्चा होती है. शरद पवार पहली बार राष्ट्र मंच की बैठक में शिरकत करेंगे, ऐसे में राष्ट्र मंच के फैसले और गतिविधियां महत्वपूर्ण हो जाती हैं. राजनीतिक रूप से कुछ और पहलुओं को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. मसलन, हाल ही में एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मुलाकात चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर से लंबे वक्त तक चली और उसके बाद राष्ट्र मंच की बैठक हो रही है.

हालांकि इस बैठक में पवार-प्रशांत के बीच राष्ट्रमंच पर बातचीत की कोई पुष्टि नही हुई हैं. दूसरा, राष्ट्रमंच की स्थापना करने वाले यशवंत सिन्हा अब टीएमसी के उपाध्यक्ष हैं और बंगाल में टीएमसी की जीत हुई जिसमें प्रशांत किशोर की भूमिका भी अहम रही है. पहले और दूसरे पहलू को एक साथ देखें तो पर्दे के पीछे कुछ होने से इनकार भी नहीं किया जा सकता.
राष्ट्र मंच पर ममता बनर्जी की मुहर पहले से है. पूर्व की बैठकों में टीएमसी से दिनेश त्रिवेदी हिस्सा लेते रहे हैं, लेकिन अब वे टीएमसी का दामन छोड़ चुके हैं और यशवंत सिन्हा अब टीएमसी में हैं. ऐसे में टीएमसी के प्रतिनिधि के तौर पर और राष्ट्रमंच के संस्थापक के तौर पर वो बैठक में मौजूद रहेंगे.