पुणे: राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने शेतकरी कामगार पक्ष के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नारायण ज्ञानदेव पाटिल को सोमवार शाम कोल्हापुर में श्रद्धांजलि दी। पाटिल का दिन में निधन हो गया था।

पवार बाद में पाटिल के आवास गए जहां उन्होंने उनके परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी। पाटिल का कोल्हापुर के एक अस्पताल में उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया।

किसानों और समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के लिए लड़ने वाले पाटिल को एन डी पाटिल के नाम से जाना जाता था। वह पूर्व में कई बार विधायक रहे।

पाटिल के निधन के बारे में सुनकर, पवार कोल्हापुर पहुंचे। पवार उस अस्पताल गए जहां पाटिल का निधन हुआ। पवार ने वहां पाटिल को श्रद्धांजलि दी।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष बाद में पाटिल के आवास पहुंचे और उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। पाटिल पवार के रिश्तेदार थे।

पुणे से लगभग 230 किलोमीटर दूर कोल्हापुर में पत्रकारों से राकांपा प्रमुख ने कहा कि पाटिल ने अपना पूरा जीवन किसानों और श्रमिकों के लिए लड़ते हुए समर्पित कर दिया। पवार ने कहा, "वह वामपंथी विचारधारा में विश्वास करते थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन उस विचारधारा को बनाए रखने में बिताया।’’