मुंबई: मुंबई अपराध शाखा की साइबर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भांडाफोड़ करने का दावा किया है जो कथित रूप से बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि और बीमा नियामक के कर्मी बनकर लोगों को फोन कर उनसे ठगी करते थे। इस बाबत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि वे लोगों को बीमित रकम पर अच्छा रिटर्न देने और बिना ब्याज का कर्ज देने का लालच देते थे।

उन्होंने बताया कि चार आरोपियों को उत्तर प्रदेश से और दो अन्य को हरियाणा और दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।

अधिकारी ने बताया कि तीन मार्च को साइबर थाने में एक शख्स ने शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि एक बीमा कंपनी और बीमा नियामक प्राधिकरण के लिए काम करने का दावा करने वाले कुछ लोगों ने उससे 19.27 लाख रुपये ठग लिए हैं।

अधिकारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस ने उस नंबर के बारे में पता लगाया जिससे शिकायती को फोन आया था। यह नंबर बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (ईरडा), हैदराबाद के एक व्यक्ति (जिसका नाम नहीं बताया गया है) के नाम पर जारी की गई थी।

पुलिस ने इसके बाद उस शख्स का पता लगाया और गिरफ्तार किया जिसने ठगी करने वाली गतिविधियों के लिए सिम कार्ड खरीदा था। उसने अपने दो साथियों के बारे में बताया जो अन्य ग्राहकों के दस्तावेजों के आधार पर सिम कार्ड हासिल करते हैं।