मुंबई:  महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि भंडारा अस्पताल में नौ जनवरी को हुई आग लगने की घटना पर सरकार को रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पत्रकारों से बातचीत में पवार ने कहा, ‘‘हमें कल तक रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई थी। हम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं... रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’

अस्पताल के विशेष नवजात देखभाल इकाई में भर्ती बच्चों में से 10 की आग लगने की घटना में मौत हो गई थी।

आशा है कि घटना की जांच कर रही समिति जल्दी ही सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी। नागपुर के संभागिय आयुक्त द्वारा तैयार की जा रही इस रिपोर्ट में आग लगने के कारणों और उसके लिए जिम्मेदार लोगों का उल्लेख होने की संभावना है।

इस बीच, पवार ने मराठा युवकों से आग्रह किया कि वे समुदाय को आरक्षण के मुद्दे पर कोई अतिवादी कदम ना उठाएं और इस विषय पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार करें।

औरंगाबाद में आरक्षण के मुद्दे को लेकर 28 साल के युवक द्वारा आत्महत्या के कथित प्रयास की पृष्ठभूमि में पवार ने उक्त टिप्पणी की है।

पवार ने कहा, ‘‘मामला न्यायालय में विचाराधीन है, ऐसे में सरकार कुछ नहीं कर सकती है। यह दुर्भाग्यूपर्ण घटना है।’’

उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी सरकार प्रयास कर रही है कि समुदाय को दिया गया आरक्षण कायम रहे।