इंडस्ट्री में एक दौर ऐसा भी था जब शूटिंग उतनी आरामदायक नहीं थी जितनी की आज है. खासतौर से हीरोईनों के लिए वो भी तब जब शूटिंग आउटडोर हो.

क्योंकि न तो अभिनेत्रियों के लिए ठीक से मेकअप की कोई जगह होती थी न ही कपड़े बदलने के लिए. लिहाज़ा इंडस्ट्री में लड़कियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. इन्हीं समस्याओं से पूनम ढिल्लों  भी दो चार हुईं और उन्होंने इससे निजात पाने का बेहतरीन आइडिया निकाल लिया. उन्होंने बॉलीवुड में वैनिटी वैन (Vanity Van) का कल्चर शुरू किया. यानि इंडस्ट्री में वैनिटी वैन का कॉन्सेप्ट लाने वालीं एक्ट्रेस पूनम ढिल्लों ही थीं. 

पूनम ने जब फिल्मों में काम शुरु किया तो उन्हें भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. उसी दौरान उन्हें लॉस एंजेलिस जाने का मौका मिला था जहां वो अपने एक दोस्त से मिलीं. वो मुलाकात एक शूटिंग सेट पर हुई थी और वहीं पर उन्होंने पहली बार वैनिटी वैन को देखा था. तब वो इससे काफी इम्प्रेस हुईं और उन्होंने सोचा कि अगर ये कॉन्सेप्ट भारत में आ जाए तो खासतौर से आउटडोर शूटिंग काफी आसान हो जाएगी. लिहाज़ा भारत आते ही उन्होंने इस पर काम करना शुरु कर दिया. साल 1991 में पूनम ढिल्लों ने एक कंपनी के साथ मिलकर 25 वैनिटी वैन लॉन्च की. 

शुरुआत में प्रोड्यूसर को लगता था बेकार का खर्च

 

भारत में वैनिटी वैन तो लॉन्च हो गई थीं लेकिन प्रोड्यूसर्स को ये आइडिया कुछ खास रास नहीं आया क्योंकि इससे उनका खर्च काफी बढ़ रहा था. लेकिन बड़े प्रोड्यूसर्स ने वैनिटी वैन खरीदी तो देखादेखी में छोटे प्रोड्यूसर्स ने भी खरीदना शुरु किया. बॉलीवुड में जिन कलाकारों ने सबसे पहले वैनिटी वैन का इस्तेमाल किया वो थे अनिल कपूर और श्रीदेवी. दोनों उस वक्त रूप की रानी चोरों का राजा फिल्म कर रहे थे और इस फिल्म में वैनिटी वैन का इस्तेमाल हुआ था.