मुंबई : देश के शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को जोरदार तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 958 अंक उछलकर अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर बंद हुआ। फेडरल रिजर्व के मासिक बांड खरीद कार्यक्रम में कमी लाने के संकेत के बावजूद वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच चौतरफा लिवाली से बाजार में तेजी रही।

कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती से भी कारोबारी धारणा को बल मिला। तीस शेयरों पर आधारित बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 958.03 अंक यानी 1.63 प्रतिशत के उछाल के साथ अब तक के उच्चतम स्तर 59,885.36 अंक पर बंद हुआ।

इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 276.30 अंक यानी 1.57 प्रतिशत उछलकर रिकार्ड 17,822.95 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 17,843.90 अंक के उच्चतम स्तर तक चला गया था।

सेंसेक्स के शेयरों में 5.15 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में बजाज फिनसर्व रहा। इसके अलावा एल एंड टी, एचडीएफसी, एक्सिस बैंक, एसबीआई, रिलायंस इंडस्ट्रीज और इंडसइंड बैंक में भी प्रमुख रूप से तेजी रही।

कुल तेजी में सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले आरआईएल, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक का योगदान करीब आधा रहा।

केवल पांच शेयर डा. रेड्डीज, आईटीसी, नेस्ले इंडिया, एचयूएल और भारती एयरटेल में 1.07 प्रतिशत की गिरावट रही।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख और रियल्टी, धातु तथा बैंक शेयरों की अगुवाई में तेजड़िये बाजार पर हावी रहे। फेडरल रिजर्व के नवंबर में मासिक बांड खरीद कार्य्रक्रम में कमी लाने की संभावना और प्रक्रिया 2022 के मध्य में समाप्त करने की सूचना के बावजूद वैश्विक बाजारों में रुख कुल मिलाकर सकारात्मक रहा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि निवेशकों को अभी चीनी अर्थव्यवस्था को लेकर स्पष्टता का इंतजार है। रियल एस्टेट क्षेत्र में मांग बढ़ने के साथ इस क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में तेजी रही।’’

क्षेत्रवार बीसई रियल्टी, बैंक, ऊर्जा, वित्त, पूंजीगत सामान और औद्योगिक सूचकांक 8.71 प्रतिशत तक मजबूत हुए। हालांकि, दैनिक उपभोग का सामान बनाने वाली कंपनियों का शेयर सूचकांक (एफएमसीजी) नुकसान में रहा।

बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप (मझोली और छोटी कंपनियों के सूचकांक) 1.28 प्रतिशत मजबूत हुए।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बांड खरीद कार्यक्रम में कमी के बयान के बाद भी वैश्विक बाजारों में तेजी का रुख रहा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक बांड खरीद में नवंबर से कमी कर सकता है और अगले साल नीतिगत दर में वृद्धि के भी संकेत दिये।’’

एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई और हांगकांग लाभ में रहें जबकि सियोल में गिरावट रही। जापान का बाजार अवकाश के कारण बंद था। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में सकारात्मक रुख रहा।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत फिसलकर 76.10 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 23 पैसे की तेजी के साथ 73.64 पर बंद हुई।

शेयर बाजार आंकड़ों के अनुसार निवेशक बुधवार को पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने 1,943.26 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।