करूर (तमिलनाडु):  कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीनों कृषि कानूनों को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार पर फिर निशाना साधा और कहा कि ये ‘‘आपराधिक कानून’’ हैं और इनके खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।

उन्होंने यहां एक किसान सम्मेलन में दावा किया कि इन कानूनों का मकसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘5-6 करीबी लोगों’ को फायदा पहुंचाना है।

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि किसान मंडी जाकर छोटे कारोबारियों से बातचीत करने के बावजूद ‘बड़े कारपोरेट’ से बात करें।

उन्होंने कहा, ‘‘इसका नतीजा यह होगा कि कृषि क्षेत्र में जिन करोड़ों किसानों मजदूरों और छोटे कारोबारियों को रोजगार मिला हुआ है वो सभी बेरोजगार हो जाएंगे।’’

राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी 5-6 लोगों को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं जिससे करोड़ों किसानों का हित प्रभावित हो रहा है।’’

दिल्ली के निकट प्रदर्शन कर रहे किसानों का हवाला देते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री इन किसानों को आतंकवादी कह रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम इन कानूनों को रोक रहे हैं और किसानों के हितों की रक्षा कर रहे हैं। ये किसानों के खिलाफ आपराधिक कानून हैं...वे एक विफल मॉडल को लागू करने की कोशिश कर रहे हैं।’’

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश की बुनियाद-मजदूरों, कामगारों, किसानों और मछुआरों पर हमले कर रही है।

उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी के मुद्दों को लेकर भी केंद्र पर निशाना साधा।

इससे पहले, रोडशो में कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘जब प्रधानमंत्री एक भाषा, एक संस्कृति और एक इतिहास की बात करते हैं तो वह किसका अपमान कर रहे हैं। एक भाषा, एक संस्कृति और एक इतिहास का मतलब क्या है।’’

प्रधानमंत्री मोदी पर तमिलनाडु सरकार को रिमोट कंट्रोल से चलाने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने सवाल किया कि प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच केंद्रीय एजेंसियां क्यों नहीं कर रही हैं?

उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनता अन्नाद्रमुक को सत्ता से बाहर करने जा रही है और नयी सरकार बनने जा रही है।