लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को विधान परिषद के चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने दावा किया कि अगर परिषद के चुनाव में मतदान होगा तो भारतीय जनता पार्टी के विधायक 'भागने' (क्रास वोटिंग) को तैयार हैं।

श्रावस्ती के दौरे पर गए अखिलेश यादव ने वहाँ पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मुझे यह पता नहीं है कि अभी कितने उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है, लेकिन अगर चुनाव में मतदान होगा तो भारतीय जनता पार्टी को अपने विधायकों का सम्मान करना पड़ेगा। उनके विधायक भागने के लिए तैयार हैं, क्योंकि उन्हें (विधायक) पता है कि बहुतों का टिकट 2022 में कट जाएगा।”

उल्लेखनीय है कि विधान परिषद की 12 सीटों के लिए 28 जनवरी को मतदान होना है। इस चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के 10 और समाजवादी पार्टी के दो उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। अगर किसी और दल ने अपने उम्मीदवार उतारे तो मतदान की स्थिति आ सकती है अन्यथा भाजपा और सपा के उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे।

किसानों के मसले पर यादव ने कहा कि भाजपा से पूछिए कि धान का एमएसपी कहां दिलवाया, एक जगह भी बता दीजिए।

यादव ने कहा कि भाजपा मिस्ड कॉल पर सदस्यता देती है लेकिन वह मोबाइल नंबर कहां है जिस पर किसानों को एमएसपी (फसलो पर न्यूनतम समर्थन मूल्य) मिल जाए। यादव ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी, लेकिन छोटे दलों के लिए गुंजाइश रखेगी और रास्ता खुला रखेगी।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के साथ समझौते के सवाल पर यादव ने कहा, “मैं अपनी पुरानी बात पर कायम हूं। उनके (शिवपाल) लिए भी रास्ता खुला है और अगर उनके अलावा कोई जीतने लायक उम्मीदवार होगा तो उसे भी मौका देंगे और विचार करेंगे।” यादव ने यह भी कहा कि सरकार बनने पर शिवपाल यादव को मंत्री पद दिया जाएगा।

कोरोना टीके के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, “ हमें वैज्ञानिकों और डॉक्टरों से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन सरकार से शिकायत है और मैं भारतीय जनता पार्टी की सरकार से पूछना चाहता हूं कि गरीबों को मुफ्त टीका कब लगेगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार गरीबों को मुफ्त टीका नहीं लगाना चाहती है।