जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार राज्यों को मजबूत करने के बजाय कमजोर कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि अगर अपनी जिम्मेदारी निभाएं तो राज्य में अगले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को जीतने से कोई नहीं रोक सकता।

गहलोत अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा 12 दिसंबर को नयी दिल्ली में आयोजित 'मंहगाई हटाओ रैली' की तैयारियों को लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के शासन के दौरान पेट्रोल डीजल पर मूल उत्पाद शुल्क लगता था जिसमें केन्द्र और राज्यों का हिस्सा होता था, किन्तु मौजूदा सरकार ने इस मूल उत्पाद शुल्क को न्यूनतम कर दिया तथा अतिरिक्त उत्पाद, विशेष उत्पाद व उपकर लगाकर पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी कर दी, जबकि इसमें राज्यों का कोई हिस्सा नहीं होता, सारी राशि केन्द्र सरकार के खजाने को भरती है।

उन्होंने कहा कि जब केन्द्र सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमत कम करती है तो राज्यों का राजस्व अपने आप घट जाता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पेट्रोल पर रूपये 10 तथा डीजल पर रूपये 15 कम करे तो ही देश में मंहगाई कम होगी जबकि इस फैसले से राजस्थान को 3500 करोड़ रूपये का राजस्व घाटा होगा जिसको वहन करने के लिये राजस्थान सरकार तैयार है।

एक बयान के अनुसार गहलोत ने कहा,'केन्द्र सरकार राज्यों को मजबूत करने की बजाए कमजोर करने का कार्य कर रही है जबकि पानी, बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां राज्‍यों के पास है।' उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा व कांग्रेस का सीधा मुकाबला होता है, उनमें राजस्थान कांग्रेस सर्वाधिक मजबूत है इसलिये रैली को सफल बनाने के लिये कार्यकर्ताओं को कोई कसर नहीं छोड़नी है। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के सभी नेता, मंत्री, विधायक, विधायक प्रत्याशी अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभायें तो 2023 में कांग्रेस को पुन: सरकार बनाने से कोई शक्ति नहीं रोक सकती।

वहीं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव व राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने बैठक में कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत के कारण पार्टी राज्य में सत्ता में आई है एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हाथ में ही सत्ता की चाबी है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं का सम्मान तथा जनता की आकांक्षाओं की पूर्ति करने से कांग्रेस पार्टी को 2023 में पुन: सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता।