जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर का ऑडिट करवाने के निर्णय को सही दिशा में उठाया गया कदम बताया।

गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री द्वारा पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर का ऑडिट करवाने का निर्णय सही दिशा में उठाया गया कदम है। इस बात की पूरी जांच होनी चाहिए कि किस प्रकार राज्यों को खराब वेंटिलेटर की आपूर्ति की गई।’’

मुख्यमंत्री के अनुसार मीडिया रिपोर्ट से पता लगा है कि भारत सरकार की कम्पनी एचएलएल लाईफ केयर लिमिटेड के माध्यम से लगभग 10 कम्पनियों से 59,000 वेंटिलेटर खरीदे गये। उसमें कई ऐसी कम्पनियां भी हैं जिन्हें वेंटिलेटर बनाने का किसी प्रकार का अनुभव नहीं था। इसलिए कई राज्यों को खराब वेंटिलेटर वितरित हो गये। इस कारण डॉक्टरों द्वारा मरीजों के जीवन के जोखिम की कीमत पर अधिकांश जगह इन वेंटिलेटर का उपयोग नहीं किया गया।

गहलोत ने लिखा है, ‘‘मुझे उम्मीद है कि भारत सरकार निष्पक्ष जांच करवाकर इस प्रकार के डिफेक्टिव वेंटिलेटर सप्लाई करने वाली कम्पनियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी।’’

उल्लेखनीय है कि गहलोत ने कुछ दिन पहले मांग की थी कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय प्रधानमंत्री केयर फंड से उपलब्ध कराये गये खराब वेंटिलेटर की खरीद की जांच करवाए।