मुंबई, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्‍ठ नेता एकनाथ खडसे ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद खडसे ने कहा कि उन्होंने केवल देवेंद्र फड़नवीस के कारण पार्टी छोड़ी है। खडसे ने कहा कि उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने उन आरोपों पर निशाना बनाया, जो अभी भी साबित नहीं हुए हैं। खडसे ने कहा कि मैं और मेरा परिवार चार साल से अपमानित है। मैंने 40 साल तक पार्टी के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि भाजपा को उन पर कोई संदेह नहीं था। खडसे ने कहा कि मैं सब आरोपों से मुक्त हो गया हूं। मैंने अपना निर्णय ले लिया है। ना तो राष्ट्रवादी, ना कांग्रेस और ना ही शिवसेना ने कभी मेरे इस्तीफे की मांग की थी।

खडसे ने कहा कि मैं सिर्फ देवेंद्र फडनवीस से नाराज हूं। 23 अक्टूबर को मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो रहा हूं। देवेंद्र फडनवीस के मुख्यमंत्री बनने के मुझ पर कभी एक भी आरोप नहीं लगा था। फडनवीस ने मेरा जीवन बर्बाद करने का काम किया। उन्होंने भाजपा के महाराष्ट्र अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल को इस्तीफा भेज दिया है। खडसे का कहना है कि वह व्यक्तिगत कारणों से भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। एनसीपी नेता जयंत पाटिल (Jayant Patil) ने  महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे ( Eknath Khadse) के पार्टी से इस्तीफा देने की जानकारी दी और कहा था कि उन्‍हें एनसीपी (NCP) में लेने का फैसला किया गया है। शुक्रवार को दोपहर में 2:00  बजे उन्‍हें औपचारिक रूप से एनसीपी में शामिल किया जाएगा।

महाराष्ट्र भाजपा के बड़े नेता एकनाथ खडसे फडणवीस सरकार में मंत्री रह चुके हैं। बीते कुछ दिनों से वे भाजपा से काफी नाराज चल रहे थे। खडसे का मानना था कि पार्टी में रहने का अब कोई औचित्य नहीं है। खड़से बुधवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस्तीफे का एलान करेंगे। एकनाथ खडसे के भाजपा से इस्‍तीफा देने पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का बयान आया है, जिसमें मुख्‍यमंत्री ने खडसे का महाविकास अघाड़ी में प्रवेश की जानकारी का स्वागत किया है।  वरिष्‍ठ नेता एकनाथ खडसे के भाजपा से इस्तीफे पर जब देवेंद्र फडणवीस से मंगलवार को सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था, 'मुझे खडसे के इस्तीफे के संबंध में औपचारिक रूप से कोई जानकारी नहीं है, जानकारी मिलने के बाद मैं जरूर बात करूंगा।'

गौरतलब है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे को साल 2016 में देवेंद्र फडणवीस सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। उस समय उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। पहले भी आशंका व्‍यक्‍त की जा रही था कि 22 अक्टूबर को खडसे महत्वपूर्ण राजनीतिक फैसला ले सकते हैं। देवेंद्र फडणवीस से मीडिया ने जब जानना चाहा तो उन्होंने ये कहकर पल्‍ला झाड़ लिया, 'खडसे के पार्टी से जाने के 'मुहूर्त' के बारे में रोज बातें होती हैं और मैं इस संबंध में कुछ नहीं बोलूंगा।'