चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी को राष्ट्रीय ध्वज खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर सकता है।

उनकी यह टिप्पणी उन खबरों के बीच आयी है कि करनाल के एक राशन डिपो ने लोगों को तिरंगा खरीदने के लिए बाध्य कर दिया था।

अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने हेमदा गांव में उचित मूल्य की दुकान के उस डीलर को राशन की आपूर्ति निलंबित कर दी है, जिसने राशन लेने वाले लोगों के झंडे खरीदने के लिए मजबूर किया था।

यहां जारी एक बयान में मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया है, "कोई व्यक्ति अगर राष्ट्रीय ध्वज नहीं खरीदना चाहता है तो भी उसे किसी सेवा से वंचित नहीं किया जाएगा। हर घर तिरंगा अभियान के तहत लोग स्वेच्छा से झंडा खरीद सकते हैं।"

इसमें कहा गया है कि जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक (डीएफएससी) ने उचित मूल्य की दुकान को राशन की मासिक आपूर्ति पहले ही निलंबित कर दी है। बयान में कहा गया है कि दिनेश कुमार ने राशन कार्ड धारकों को जबरन झंडे बेचे और राशन कार्ड धारकों को गुमराह कर "राज्य सरकार को भी बदनाम" किया।

राज्य सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानों पर तिरंगे की उपलब्धता सिर्फ जनता की सुविधा के लिए सुनिश्चित की गई है ताकि उन्हें तिरंगा खरीदने के लिए दूर नहीं जाना पड़े और किसी को भी झंडा खरीदने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है।