नयी दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी नेता पेगासस जासूसी मामले को लेकर बुधवार को लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस देंगे।

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं की मंगलवार को हुई बैठक में यह फैसला किया गया। सूत्रों ने यह भी बताया कि संसद के दोनों सदनों में कांग्रेस एवं उसके सहयोगी दलों के नेता बुधवार सुबह बैठक करेंगे और संसद के मौजूदा मॉनसून सत्र में सरकार को घेरने की आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में राहुल गांधी मौजूद होंगे।

संसद भवन में मंगलवार को हुई बैठक में राहुल गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, शिवसेना के अरविंद सावंत, द्रमुक नेता टीआर बालू एवं कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले, बसपा के रितेश पांडे, माकपा के ए एम आरिफ एवं एस वेंकटेशन, नेशनल कॉन्फ्रेंस के हसनैन मसूदी, आईयूएमएल के ईटी मोहम्मद बशीर और आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन शामिल हुए।

सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी को इस बैठक के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव व्यस्त होने के चलते इसमें शामिल नहीं हो सके। हालांकि सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव ने अपना पूरा समर्थन जताया है। इससे पहले दिन में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ हुई बैठक में सपा नेता रामगोपाल यादव मौजूद थे।

बसपा सांसद रितेश पांडे की इस बैठक में मौजूदगी को महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि हाल के कुछ वर्षों में विपक्ष की बैठकों से बसपा अक्सर दूर ही रही है।

सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में निर्णय लिया गया कि राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी, अरविंद सावंत, सुप्रिया सुले, ए एम आरिफ, ईटी मोहम्मद बशीर और कुछ अन्य नेता बुधवार को पेगासस जासूसी मामले पर कार्यस्थगन का नोटिस देंगे।

पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है। 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है।

विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार की ओर से पेगासस जासूसी मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए तैयार होने के बाद ही संसद में गतिरोध खत्म होगा।