कोच्चि : यौन उत्पीड़न मामले में पीड़ित अभिनेत्री के उच्च न्यायालय का रुख करने के एक दिन बाद मंगलवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा कि उनकी सरकार पीड़िता के साथ है। उन्होंने कहा कि वाम सरकार द्वारा किसी भी तरह से पुलिस जांच में हस्तक्षेप नहीं किया गया है।

त्रिक्कारा उपचुनाव संबंधी बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस किसी के भी खिलाफ कार्रवाई करने को स्वतंत्र है, चाहे वो किसी भी सामाजिक या राजनीतिक विचारधारा से जुड़ा हो।

गौरतलब है कि अभिनेता दिलीप से संबंधित 2017 के यौन उत्पीड़न मामले में पीड़िता ने सोमवार को केरल उच्च न्यायालय का रुख किया था। अपनी याचिका में पीड़िता-अभिनेत्री ने मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप और जांच को पटरी से उतारने की कोशिश का आरोप लगाया है।

इससे पहले दिन में, केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के संयोजक ई.पी. जयराजन ने राजनीतिक हस्तेक्षप के आरोपों को मंगलवार को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि इस बात की जांच की जानी चाहिये कि कहीं उसकी (पीड़िता की) याचिका में निहित स्वार्थ तो नहीं छिपे हुए हैं।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता जयराजन ने कहा कि पीड़िता ने अपनी याचिका में वाम सरकार की तीखी आलोचना की और निचली अदालत के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसी याचिका लेकर अदालत जा सकता है, लेकिन इससे आगामी त्रिक्कारा उपचुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन की संभावनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि राज्य की जनता सरकार की नीतियों और विभिन्न मुद्दों पर इसके रुख से अच्छी तरह वाकिफ है।

कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष एलडीएफ सरकार के खिलाफ लोगों को गुमराह करने के तरीके तलाश रहा है।

तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों में काम कर चुकी अभिनेत्री का कुछ आरोपियों ने 17 फरवरी, 2017 की रात को अपहरण कर लिया था और कथित तौर पर दो घंटे तक कार में उसके साथ छेड़छाड़ करने के बाद वे फरार हो गए थे।