चलने-फिरने में अक्षम युवती ने की रामलला का दर्शन

ayodhya shri ram janmbhumi mandir darshan


अयोध्या,08 मई (हि.स.)। चलने-फिरने में पूरी तरह असमर्थ युवती ने सुविधापूर्वक श्री रामलला का दर्शन किया। साथ ही वह दिव्यांगजनों के लिए मंदिर परिसर में की गई व्यवस्था की सराहना की।





26 वर्षीय भावना चलना-फिरना तो दूर उठकर खड़ी भी नहीं हो सकती। अलबत्ता, समझने, बोलने में कोई दिक्कत नहीं है। वे अपने मां बाप के साथ दर्शन करने 80 सदस्यीय टोली समेत ब्यावर, राजस्थान से आई थीं। व्यवसायी पिता और प्रिंसिपल मां की पहली सन्तान भावना जन्म से ही नब्बे प्रतिशत दिव्यांग हैं। ह्वीलचेयर के सहारे वे अयोध्या और श्रीराम लला तक पहुंची।



भावना ने बताया कि मंदिर परिसर में कार्यकर्ताओं और सुरक्षाकर्मियों का रवैया बहुत ही सहयोगात्मक रहा। हनुमान गढ़ी में जरूर भावना को पिता की गोद में चढ़ना पड़ा। सरयू आरती में वरीयता मिली तो भावना की आंखे छलक उठीं। पिता राजवीर बताते हैं कि कारसेवक पुरम के प्रभारी शिवदास जी ने भावना के ठहरने लायक कमरे की विशेष ध्यान देकर व्यवस्था कराई।



हिन्दुस्थान समाचार/पवन पाण्डेय/राजेश