जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति द्वारा शनिवार को पारित राजनीतिक प्रस्ताव को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि भाजपा नेता विधानसभा उपचुनाव में मिली हार से घबराकर झूठी बयानबाजी कर रहे हैं।

गहलोत ने कहा,‘‘ वर्ष 2018 में हमारी सरकार बनने के बाद राज्य में हुए आठ विधानसभा उप चुनावों में से छह में कांग्रेस को जीत मिली है। यह हमारे सुशासन पर जनता का भरोसा है। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनने का दावा करने वाली भाजपा की इन चुनावों में जमानत तक जब्त हुई और तीसरे एवं चौथे स्थान पर रही।’’

उन्होंने आगे कहा,‘‘हार से घबराकर एवं बौखलाकर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष, केन्द्रीय मंत्री एवं अन्य नेता संसाधनों का दुरुपयोग कर झूठी बयानबाजी करते रहते हैं।’’

उल्लेखनीय है कि भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक शनिवार को यहां शुरू हुई। बैठक में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा गया है,‘‘ राज्य की जनता दहशत में है, अपराधियों के हौसले बुलंद है, सरकार का इकबाल खत्म है, प्रदेश की जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। दूसरी तरफ आंतरिक संघर्ष से जूझ रही व सत्ता के मद में चूर कांग्रेस सरकार बेपरवाह होकर भ्रष्टाचार के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है।’’

गहलोत ने प्रस्ताव के इन आरोपों को खारिज करते हुए ट्वीट किया, ‘‘प्रदेश भाजपा की कार्यकारिणी का प्रस्ताव झूठ का पुलिंदा है। किसान कर्जमाफी, किसान मित्र ऊर्जा योजना, कोविड प्रबंधन समेत हर मुद्दे पर इसमें केवल असत्य लिखा है। यह तथ्य और तर्कों के परे है। कल (केंद्रीय गृहमंत्री)अमित शाह आकर इस झूठ के पुलिंदे पर मुहर लगाएंगे।’’

उल्लेखनीय है कि भाजपा कार्यसमिति की बैठक के समापन सत्र को रविवार को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह संबोधित करेंगे।

मुख्यमंत्री ने लिखा,‘‘राज्य की जनता समझदार है। वह भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा पहचान चुकी है। पहले भी गृह मंत्री को राजस्थान की जनता ने करारा जवाब दिया है और इस बार भी इनके झांसे में नहीं आएगी चाहे ये कितना भी दुष्प्रचार कर लें।’’