वैक्सीन का क्रेज:  जिस राजस्थान में महिलाओं को पुरुषों से कमतर आंका जाता रहा है, वहां की महिलाओं ने वैक्सीनेशन में दो कदम आगे निकलकर रच दिया इतिहास


राजस्थान की आबादी में पुरुषों की तुलना में 7 प्रतिशत कम, कोरोना वैक्सीन लगवाने में सिर्फ 3.5 प्रतिशत का अंतर


उम्र के लिहाज से 60 वर्ष पार वालों ने सबसे अधिक वैक्सीन लगवाई, राजस्थान में अब तक 1561 थर्ड जेंडर भी वैक्सीनेटेड


नेशनल दुनिया जयपुर। राजस्थान में जेंडर रेशो (लिंगानुपात) में भले महिलाएं पुरुषों से 7 प्रतिशत कम हैं, लेकिन कोरोना वैक्सीन लगवाने में उन्होंने जेंडर रेशो को पछाड़ दिया। जेंडर रेशो की तुलना में राज्य में महिलाओं के वैक्सीनेशन का प्रतिशत अधिक है। यह औसत देश में वैक्सीनेशन के महिला पुरुष औसत से भी ज्यादा है। यह हम नहीं कह रहे वैक्सीनेशन के आंकड़े कह रहे हैं। प्रदेश में 57.27 लाख पुरुषों की तुलना में 55.26 लाख हजार महिलाएं कोरोना वैक्सीन लगवा चुकी हैं। यह आंकड़ा पुरुषों से करीब साढे 3 प्रतिशत ही पीछे है। अब भी अधिकतर वैक्सीनेशन सेंटर्स पर महिलाओं की संख्या अधिक देखी जा रही है, अगर महिलाओं का वैक्सीनेशन के प्रति क्रेज इसी तरह बना रहा तो वह दिन दूर नहीं जब वैक्सीनेशन के मामले में महिलाएं संख्या बल में भी पुरुषों को पीछे छोड़ देंगी। दूसरी तरफ उम्र के मामले में भी 60 वर्ष के पार वाले अभी आगे चल रहे हैं। उनका रेशो टोटल वैक्सीनेशन का 48 प्रतिशत के करीब है। प्रदेश के दो ब्रांड की वैक्सीन लगाई जा रही है, जिसमें अब तक 1.30 करोड़ कोविशील्ड और करीब 7.13 लाख से अधिक को-वैक्सीन इस्तेमाल हो चुकी हैं।

प्रदेश में लिंगानुपात 928 है, जबकि वैक्सीनेशन का अनुपात 965


वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक राजस्थान में महिला-पुरुष लिंगानुपात 928 है। यानि प्रति 1000 पुरुष 928 महिलाएं हैं। लिंगानुपात बढ़ने के दावे भी किए जा रहे हैं, ऐसे में इसेे थोड़ा अधिक भी माना जा सकता है, लेकिन इसकी तुलना में कोरोना वैक्सीन लगवाने के मामले में प्रति 1000 पुरुषों के बदले 965 महिलाओं ने वैक्सीन लगवा ली है। प्रदेश में गुरुवार शाम पांच बजे तक वैक्सीन लगवाने वाले कुल 1, 12,55,104 लोगों में से  57,27,456 पुरुष और 55,26,078 महिलाएं शामिल थीं। इसके अलावा प्रदेश में 1561 थर्ड जेंडर ने भी वैक्सीन लगवा ली। थर्ड जेंडर की यह संख्या में काफी उत्साह पैदा करने वाली हैं।
 
 60 वर्ष पार वालों ने दिखाया भारी उत्साह


 उम्र के मामले में वैक्सीनेशन को सरकार चार कैटेगरी में डिवाइड कर डाटा मेंटेन कर रही है। इसमें 60 पार, 45 से 59, 31 से 44 और 18 से 30 वर्ष में वैक्सीनेशन का कैटेगराइजेशन किया जा रहा है। आंकड़ों पर गौर करें तो राजस्थान में  60 वर्ष के पार वाले 53,09,867 लोगों को वैक्सीन लग चकी थी। यह टोटल वैक्सीनेशन कर करीब 47 प्रतिशत है। 45 से 59 वर्ष वाले 49,19,896 लोगों को वैक्सीन लग चुकी, यह करीब 42 प्रतिशत है। इसके अलावा यूथ में 31 से 44 वाले 6,58,221 और 18 से 30 वर्ष वाले 3,65,815 यह करीब 9 प्रतिशत हैं।