आज शारदीय नवरात्रि की आज महाअष्टमी (Maha Ashtami) तिथि है. अष्टमी पर मां दुर्गा के 8वें स्वरूप माता महागौरी की उपासना की जाती है.

माता अपने भक्तों के लिए अन्नपूर्णा का स्वरूप हैं. इसलिए मां के भक्त अष्टमी के दिन कन्याओं का पूजन और सम्मान करते हुए महागौरी की कृपा प्राप्त करते हैं. कई लोग अष्टमी तिथि पर नवरात्रि के व्रत का समापन करते हैं. इस दिन भक्त हवन भी करते हैं. आइए, जानते हैं हवन करने का शुभ मुहूर्त, हवन की विधि, मंत्र और आरती
हवन का शुभ मुहूर्त
शाम 7 बजकर 42 मिनट से रात 8 बजकर 7 मिनट तक
हवन की विधि

 

– हवन करने से पहले स्नान करें.
– साफ-सुथरे कपड़े पहनें.
– मंदिर को साफ कर, गंगा जल छिड़कें.
– हवन कुंड के चारों तरफ सफाई करें.
– हवन करने के पहले पूजन और हवन सामग्री एकत्रित कर लें.
– अपने सिर को ढक लें.
– हवन के लिए लकड़ियों को हवन कुंड में विधि अनुसार रखें.
– अब कपूर की मदद से अग्नि प्रज्जवलित करें,
– मंत्रों के उच्चारण के साथ हवन करें