नई दिल्ली. दिवाली  के अगले दिन गोवर्धन पूजा  का त्योहार मनाया जाता है. इस साल गोवर्धन पूजा 15 नवंबर यानी रविवार को है. इस पूजा की शुरुआत भगवान श्रीकृष्ण ने की थी. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इस पर्व पर गाय के गोबर से गोवर्धन बनाकर उसकी पूजा की जाती है. गोवर्धन पूजा में गाय माता की पूजा करने की भी परंपरा है.

अगर आप भी गोवर्धन पूजा करते हैं या गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा पर जाते हैं तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें: 

किसी भी पूजन या विशेष अवसरों पर कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.
1. गोवर्धन पूजा भूलकर भी बंद कमरे में न करें. बंद कमरे में गोवर्धन पूजा करना अशुभ माना जाता है.
2. गोवर्धन पूजा में गाय का बहुत महत्व है. इसलिए गायों की पूजा करते समय भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करना बिलकुल न भूलें.

3. गोवर्धन पूजा के दिन गंदे कपड़े पहनकर गोवर्धन की परिक्रमा न करें. गोवर्धन परिक्रमा के दौरान हमेशा साफ और शुद्ध कपड़े पहनें.
4. परिवार के सभी लोग एक साथ मिलकर गोवर्धन पूजा करें. अलग-अलग होकर पूजा करना अशुभ माना जाता है.
5. गोवर्धन पूजा में कभी भी काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. पूजा में हल्के पीले या नारंगी रंग के कपड़े पहनें.
6. गोवर्धन पूजा के समय गाय, पौधों, जीव-जंतु आदि को भूलकर भी न सताएं और न ही उन्हें किसी तरह का कोई नुकसान पहुंचाएं.

7. गोवर्धन की परिक्रमा हमेशा नंगे पैर करनी चाहिए. वहीं, अगर कोई व्यक्ति कमजोर हो तो वो रबड़ या कपड़े के जूते पहन सकता है.
8. अगर आपने गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा शुरू कर दी हो तो कभी भी उसे बीच में अधूरा नहीं छोड़ें. गोवर्धन की परिक्रमा बीच में छोड़ना अशुभ माना जाता है.
9. गोवर्धन पूजा या परिक्रमा करते समय किसी भी प्रकार की नशीली वस्तु का सेवन नहीं करना चाहिए.
10. गोवर्धन पूजा या परिक्रमा के समय मांस का सेवन नहीं करना चाहिए.