दुबई : फाफ डु प्लेसिस की आकर्षक अर्धशतकीय पारी तथा शीर्ष क्रम के अन्य बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान से चेन्नई सुपर किंग्स ने टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फाइनल में शुक्रवार को यहां तीन विकेट पर 192 रन का मजबूत स्कोर बनाया।

डुप्लेसिस ने अपना सर्वश्रेष्ठ फाइनल के लिये बचाकर रखा था। उन्होंने पारी की अंतिम गेंद पर आउट होने से पहले 59 गेंदों पर 86 रन बनाये जिसमें सात चौके और तीन छक्के शामिल हैं।

दक्षिण अफ्रीका के इस अनुभवी बल्लेबाज ने इस बीच रुतुराज गायकवाड़ (27 गेंदों पर 32 रन) के साथ पहले विकेट के लिये 61 और रोबिन उथप्पा (15 गेंदों पर 31 रन, तीन छक्के) के साथ दूसरे विकेट के लिये 63 रन और मोईन अली (20 गेंदों पर नाबाद 37, दो चौके, तीन छक्के) के साथ तीसरे विकेट के लिये 68 की उपयोगी साझेदारियां की।

चेन्नई के बल्लेबाजों ने लॉकी फर्गुसन को निशाने पर रखा जिन्होंने चार ओवरों में 56 रन लुटाये। सुनील नारायण (26 रन देकर दो) केकेआर के सबसे सफल गेंदबाज रहे। शिवम मावी ने 32 रन देकर एक विकेट लिया।

पहले दो ओवरों में संभलकर खेलने के बाद गायकवाड़ ने शाकिब अल हसन पर चौका और फिर डीप मिडविकेट पर छक्का लगाया। उन्होंने जल्द ही केएल राहुल के 626 रन के रिकार्ड को पीछे छोड़कर इस आईपीएल में सर्वाधिक रन बनाने का रिकार्ड अपने नाम किया।

गायकवाड़ और डुप्लेसिस ने पावरप्ले के छह ओवरों में चेन्नई का स्कोर 50 रन तक पहुंचाया लेकिन इसके बाद नारायण और वरुण चक्रवर्ती ने रन प्रवाह पर कुछ अंकुश लगाया। नारायण ने अपने दूसरे ओवर में गायकवाड़ को लांग ऑफ पर कैच करा दिया।

इसके बाद डुप्लेसिस और उथप्पा ने बखूबी जिम्मेदारी संभाली। इन दोनों ने शाकिब पर छक्के जड़े। फर्गुसन दूसरे स्पैल के लिये आये तो डुप्लेसिस ने उन पर दो चौके लगाने के बाद लांग ऑफ पर छक्का जड़कर 35 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।

चेन्नई 11वें ओवर में तिहाई अंक में पहुंच गया। उथप्पा ने चक्रवर्ती पर छक्का लगाकर उनका गेंदबाजी विश्लेषण बिगाड़ा और फिर नारायण की गेंद भी छह रन के लिये भेजी लेकिन इस गेंदबाज ने तुरंत ही उन्हें पगबाधा आउट कर दिया।

नये बल्लेबाज मोईन अली ने मावी पर दो छक्के लगाकर इस युवा तेज गेंदबाज की कड़ी परीक्षा ली जबकि डुप्लेसिस ने फर्गुसन पर आकर्षक छक्का लगाया। डुप्लेसिस (633 रन) के पास अपने साथी गायकवाड़ (635) को पीछे छोड़कर ओरेंज कैप हासिल करने का मौका था लेकिन मावी ने आखिरी ओवर में केवल सात रन दिये।