अहमदाबाद : बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने दूधिया रोशनी में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन बुधवार को यहां चाय के विश्राम तक इंग्लैंड के शीर्ष क्रम के चार विकेट निकालकर भारत का पलड़ा भारी रखा।

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरे इंग्लैंड ने इस दिन रात्रि टेस्ट मैच के पहले सत्र में चार विकेट पर 81 रन बनाये तथा उसके प्रमुख बल्लेबाज पवेलियन में विराजमान हैं। इनमें प्रवाहमय बल्लेबाजी कर रहे सलामी बल्लेबाज जॉक क्रॉउली (53) और पहले टेस्ट में दोहरा शतक जड़ने वाले कप्तान जो रूट (17) भी शामिल हैं। चाय के विश्राम के समय बेन स्टोक्स छह और ओली पोप एक रन पर खेल रहे थे।

कलाई में चोट के कारण पहले दो टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाने वाले क्रॉउली ने अपने ड्राइव और फ्लिक का खूबसूरत प्रदर्शन करके दस चौके लगाये लेकिन स्पिनरों के लिये मददगार दिख रही पिच पर (पटेल ने 30 रन देकर दो) और रविचंद्रन अश्विन (10 रन देकर एक) अधिक प्रभावी दिखे।

अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे इशांत शर्मा (26 रन देकर एक) ने शानदार शुरुआत की और अच्छी लाइन व लेंथ से की गयी गेंद पर डोम सिब्ली (शून्य) को दूसरी स्लिप में रोहित शर्मा के हाथों कैच कराकर भारत को पहली सफलता दिलायी।


भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सातवें ओवर में ही अक्षर को गेंद सौंपी और उन्होंने अपनी पहली गेंद पर ही जॉनी बेयरस्टॉ (शून्य) को पगबाधा आउट कर दिया। इससे इंग्लैंड को स्कोर दो विकेट पर 27 रन हो गया।

क्रॉउली हालांकि रक्षात्मक रवैया अपनाने के लिये तैयार नहीं थे और उन्होंने गुलाबी गेंद से बल्लेबाजी के लिये सर्वश्रेष्ठ माने जाने वाले सत्र में अधिक से अधिक रन बटोरने की रणनीति अपनायी। इशांत और जसप्रीत बुमराह पर उन्होंने मिड ऑन और मिड विकेट पर खूबसूरत ड्राइव लगाये तो उनके कवर ड्राइव की ताकत मोटेरा की तेज आउटफील्ड की हरी घास महसूस कर रही थी।

पहले सत्र में ही पिच से टर्न और उछाल मिल रही थी और ऐसे में क्रॉउली ने अपने इरादे साफ जतला दिये थे। उन्होंने दस चौकों की मदद से अपना चौथा अर्धशतक पूरा किया जबकि दूसरे छोर पर कप्तान रूट टिककर बल्लेबाजी कर रहे थे।

लेकिन अश्विन के गेंद थामते ही दोनों बल्लेबाजों को परेशानी होने लगी। क्रॉउली को विवादास्पद अंपायर कॉल के कारण जीवनदान मिला लेकिन रूट के मामले में स्थिति स्पष्ट थी। उन्होंने अश्विन की पगबाधा की सफल अपील पर डीआरएस भी गंवाया।

क्रॉउली ने रिवर्स स्वीप का भी सहारा लिया लेकिन अश्विन और अक्षर के सामने उनके प्रयास बेकार गये। अक्षर ने उन्हें सीधी गेंद पर पगबाधा आउट करके पहला सत्र पूरी तरह से भारत के नाम किया।