अहमदाबाद : भारतीय कप्तान विराट कोहली ने गुलाबी गेंद के टेस्ट में इंग्लैंड पर गुरूवार को 10 विकेट की जीत दर्ज करने के बाद टर्निंग पिच का बचाव किया और कहा दो दिन में मैच खत्म होने के लिये पिच जिम्मेदार नहीं थी बल्कि दोनों टीमों के बल्लेबाजों का प्रदर्शन खराब था।

कोहली ने कहा कि पिच में कोई खराबी नहीं थी, कम से कम पहली पारी में तो ऐसा नहीं था और केवल कोई गेंद ही टर्न कर रही थी। जबकि कई पूर्व खिलाड़ियों जैसे माइकल वॉन और हरभजन सिंह ने कहा कि पिच आदर्श नहीं थी।

भारतीय कप्तान ने पिच का बचाव करते हुए कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं लगता कि बल्लेबाजी का स्तर अच्छा था। हमारा स्कोर एक समय तीन विकेट पर 100 रन था और हम 150 रन से कम स्कोर पर आउट हो गये। केवल कोई गेंद ही टर्न ले रही थी और पहली पारी में यह बल्लेबाजी के लिये अच्छा विकेट था। ’’

कोहली ने कहा कि दोनों टीमों के बल्लेबाजों ने बेहतर प्रयास नहीं किया। केवल रोहित शर्मा (66 और नाबाद 25 रन) और इंग्लैंड के जाक क्राउली (पहली पारी में 53 रन) ही आसानी से बल्लेबाजी कर पाये।

उन्होंने कहा, ‘‘यह अजीब था कि 30 में से 21 विकेट ‘स्ट्रेट’ गेंद पर गिरे। टेस्ट क्रिकेट में अपने डिफेंस पर भरोसा दिखाना होता है। इसके अनुसार नहीं खेलने से बल्लेबाज जल्दी आउट हुए। ’’

बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल अपने ही दूसरे टेस्ट में सुर्खियों में रहे और उन्होंने 70 रन देकर 11 विकेट चटकाये जिससे उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया। वहीं अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी 400 टेस्ट विकेट की उपलब्धि हासिल करने वाले चौथे भारतीय गेंदबाज और ऐसा सबसे तेजी से करने करने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बन गये।

कोहली ने मैच की जीत में इन दोनों स्पिनरों की अहम भूमिका निभाने के लिये प्रशंसा की।

उन्होंने कहा, ‘‘एक विचित्र मैच जो दो दिन में खत्म हो गया। जब जड्डू (रविंद्र जडेजा) चोटिल हो गया था तो काफी लोग चिंतित हो गये थे। लेकिन तभी यह खिलाड़ी (अक्षर) आता है, वह थोड़ी तेजी से गेंदबाजी करता है और ऊंचाई से भी। अगर विकेट में कुछ होता तो वह काफी खतरनाक हो सकता है। ’’

कोहली ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमें देखना होगा कि अश्विन ने क्या किया। टेस्ट में वह वर्तमान युग का लीजेंड है। बतौर कप्तान मैं बहुत खुश हूं कि वह मेरी टीम में है। ’’

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट इस करारी हार के लिये कोई बहाना बनाने के मूड में नहीं थे, उन्होंने कहा कि मेहमान टीम टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला करने के बाद पहली पारी में अच्छी शुरूआत का फायदा उठाने में असफल रही।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारा स्कोर दो विकेट पर 70 रन था। लेकिन हम इसका फायदा नहीं उठा सके। इस विकेट पर 250 रन का स्कोर काफी अच्छा हो सकता था। इस हार के बाद हम बेहतर टीम के तौर पर वापसी करेंगे। ’’

पिच को दोष देने के बजाय रूट ने कहा कि भारत की बेहतरीन गेंदबाजी ने अंतर पैदा किया।

उन्होंने कहा, ‘‘गेंद पर प्लास्टिक की परत से विकेट पर तेजी मिली। यह गेंदबाजी का बेहतरीन स्तर भी था। दोनों टीमें इस विकेट पर जूझ रही थीं। ’’

रूट ने कहा, ‘‘हमें अंतिम मैच में पिछले मैच के बोझ को आगे नहीं ले जाना चाहिए। हमने देखा कि हम भी विकेट ले सकते हैं। मुझे लगता है कि अगर मैं पांच विकेट ले सकता हूं तो इससे विकेट का पता चलता है। ’’

उन्होंने इशांत शर्मा को 100 टेस्ट मैच की ओर अश्विन को 400 टेस्ट विकेट की उपलब्धि हासिल करने भी बधाई दी।

‘मैन ऑफ द मैच’ अक्षर पटेल ने कहा कि उनका ध्यान हमेशा विकेट-टू-विकेट गेंदबाजी पर रहेगा क्योंकि उनके छोटे से टेस्ट करियर में उन्हें इससे काफी फायदा मिला है।

उन्होंने मजाक करते हुए कहा, ‘‘जब यह होता है तो यह बहुत आसान लगता है। और तब ऐसा नहीं हो पाता तो मुश्किल लगता है। ’’

पटेल ने कहा, ‘‘मैं ज्यादा नहीं सोच रहा हूं। मैं इसी फार्म को जारी रखना चाहता हूं। मैं खुश हूं कि अगर मैं बल्ले से योगदान नहीं कर पाऊं तो मैं गेंद से ऐसा करूं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी मजबूती ‘विकेट-टू-विकेट’ गेंदबाजी करना है। मैं जितनी ज्यादा हो सके, डॉट गेंद डालना चाहता हूं ताकि बल्लेबाजों को मुश्किल हो। ’’