सिडनी, भारतीय हरफनमौला हार्दिक पंड्या ने एक साल पहले हुई पीठ की सर्जरी के बाद वापसी करते हुए रविवार को यहां दूसरे वनडे के दौरान आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार शीर्ष स्तर के क्रिकेट में गेंदबाजी की।

दो दिन पहले शुरूआती वनडे के बाद पंड्या ने कहा था कि वह ‘महत्वपूर्ण’ मैचों में और जब सही समय होगा, तभी गेंदबाजी करेंगे। उन्होंने शरीर पर पड़ने वाले दबाव को कम करने के लिये अपने गेंदबाजी एक्शन में थोड़ा बदलाव किया है।

पंड्या अपनी टीम के दबाव में आने पर गेंदबाजी के लिये उतरे जिसमें उन्होंने पहला ओवर अच्छा डाला। उन्होंने शानदार फार्म में चल रहे स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन के खिलाफ सिडनी क्रिकेट मैदान पर केवल पांच रन गंवाये।

अपने दूसरे ओवर में पंड्या ने महज चार रन दिये जिसमें आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को उनकी धीमी गेंद को खेलने में थोड़ी मुश्किल हुई।

तीसरे ओवर में उन्होंने स्मिथ को शार्ट और वाइड गेंद को खेलने के लिये लुभाया जो उनकी योजना का हिस्सा लग रहा था और यह इस आस्ट्रेलियाई के बल्ले को छूती हुई सीधे मोहम्मद शमी के हाथों में चली गयी।

पहले उनकी ‘डिलिवरी स्ट्राइड’ ज्यादा साइड की ओर होती थी लेकिन रविवार को यह छाती के सामने से दिखी जो उन्होंने अपने शरीर पर पड़ने वाले दबाव को कम करने के लिये किया है। भारतीय गेंदबाजों को जब मुश्किल हो रही थी, तब पंड्या ने चार ओवर में 24 रन देकर एक विकेट चटकाया।

आईसीसी टी20 विश्व कप में 10 महीने का समय बचा है, पंड्या ने शुक्रवार को संकेत दिया था कि वह लंबे समय के लक्ष्य और बड़े टूर्नामेंट को ध्यान में रखते हुए गेंदबाजी करेंगे।

पंड्या की पिछले साल अक्टूबर में ब्रिटेन में पीठ की सर्जरी हुई थी। उनकी पीठ 2018 में इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला के बाद से ही उन्हें परेशान कर रही थी।

इस सर्जरी के कारण वह करीब एक साल तक क्रिकेट से बाहर रहे। इस आलराउंडर ने अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सितंबर 2019 में खेला था।