हैदराबाद : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उर्वरक की मौजूदा कीमत बरकरार रखने और उसमें होने वाली किसी प्रकार की वृद्धि का भार केन्द्र द्वारा वहन किए जाने का अनुरोध किया ताकि किसानों पर इसका अतिरिक्त भार ना पड़े।

प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में राव ने कहा कि उर्वरकों/ईंधन की बढ़ती कीमत और फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तय करने में गड़बड़ी से केन्द्र ना सिर्फ खेती की लागत बढ़ा रहा है बल्कि किसानों की कीमत दोगुनी करने की राजग सरकार के दावे को भी झूठ साबित कर रहा है।

राव ने अपने पत्र में कहा है, ‘‘करोड़ों किसानों की ओर से मैं भारत सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह उर्वरकों की मौजूदा कीमत बनाए रखना और मूल्य में होने वाली वृद्धि का भार भारत सरकार द्वारा वहन किया जाना सुनिश्चित करे ताकि किसानों पर बोझ ना बढ़े।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि एमएसपी की घोषणा और बेहद कम मात्रा में अनाज की खरीदी करने के अलावा केन्द्र सरकार के पास किसानों के फसलों के लिए मूल्य की गारंटी तय करने का कोई भरोसेमंद तरीका नहीं है।

आज दिन में सरकार द्वारा जारी विज्ञप्ति में केन्द्र की राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार पर उर्वरक की कीमतों में वृद्धि कर कृषि क्षेत्र की कमर तोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री राव ने ‘चेताया’ कि इस कदम से कृषि क्षेत्र में संकट की स्थिति पैदा हो जाएगी।

राव के कार्यालय से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ‘उर्वरक की कीमतों में वृद्धि’ के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखेंगे।

मुख्यमंत्री ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के केन्द्र सरकार के लच्छेदार वादे पर आश्चर्य जताया और कहा कि ‘‘कृषि समुदाय की कमर तोड़ने के लिए उसने उर्वरक की कीमतें सबसे ज्यादा कर दी हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि राजग सरकार पूरी तरह किसानों के खिलाफ है और उसने इसकी निसंदेह पुष्टि कर दी है।

राव ने आरोप लगाया कि केन्द्र की नीतियों और कार्यों के पीछे गहरी साजिश है और बिजली बिल वसूलने के लिए मीटर युक्त मोटर पंप लगाना, मनरेगा को कृषि क्षेत्र से नहीं जोड़ना, उर्वरक की कीमतें सबसे ज्यादा करना और किसानों से धान की खरीद नहीं करना किसानों की जिन्दगी बर्बाद कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने राज्य और देशभर के लोगों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था, वंशानुगत व्यवसायों को कमजोर करने वाली भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील की।