मैनपुरी (उप्र): भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधान परिषद के सदस्य और मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के प्रभारी अश्वनी त्यागी ने समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के परिवार पर तंज कसते हुए बुधवार को दावा किया कि हार के डर से पूरे ‘सैफई परिवार’ को मतदाताओं के दरवाजे पर दस्तक देनी पड़ रही है।

प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के साथ मैनपुरी में उपचुनाव की निगरानी कर रहे प्रदेश भाजपा महासचिव त्यागी ने कहा कि इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब पूरा ‘सैफई परिवार’ किसी चुनाव में एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे तक घूम रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है कि उसे उपचुनाव में भाजपा के हाथों पराजय का डर सता रहा है।

मैनपुरी लोकसभा सीट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन की वजह से रिक्त हुई है। इस सीट के लिये उपचुनाव के लिए आगामी पांच दिसंबर को मतदान होगा। सपा ने उपचुनाव में मुलायम की बहू और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भाजपा ने रघुराज शाक्य को प्रत्याशी बनाया है। मैनपुरी सीट सपा का गढ़ है। इटावा स्थित मुलायम का पुश्तैनी गांव सैफई मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का ही हिस्सा है।

भाजपा विधान परिषद के सदस्य त्यागी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि सपा के शासनकाल में उत्तर प्रदेश में अपहरण, भ्रष्टाचार, रंगदारी, वसूली, जमीनों पर अवैध कब्जों का बड़ा उद्योग चल रहा था और युवाओं का भविष्य खराब हो रहा था।

उन्होंने कहा कि सपा के राज में महिलाओं की सुरक्षा एक बहुत बड़ा मुद्दा था और सामूहिक बलात्कार की वारदात आम हो चुकी थीं।

त्यागी ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आते ही अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गयी और सभी नागरिकों को बिना किसी भेदभाव के सम्मान और सुरक्षा का माहौल दिया गया, खासतौर पर महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा पर ध्यान दिया गया। यही वजह है कि आज वे देर रात में भी बिना किसी डर के घर से बाहर निकल सकती हैं।

उन्होंने दावा किया कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था बेहतर होने की वजह से देश-विदेश के बड़े उद्योगपति अब राज्य में निवेश करने को तैयार हैं। इससे युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे।