कानपुर : एक बार फिर विफल होने से चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के लिय समय निकलता जा रहा है और इस बार वे घरेलू परिस्थितियों में ऐसे आक्रमण के खिलाफ अच्छा नहीं कर सके जो आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जितना खतरनाक नहीं था।

पुजारा और रहाणे दोनों यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरूआती टेस्ट में अच्छी शुरूआत का फायदा नहीं उठा सके जबकि पदार्पण करने वाले श्रेयस अय्यर और शुभमन गिल ने अर्धशतक जड़ दिये।

दोनों ऐसे आक्रमण के खिलाफ जल्दी आउट हुए जिसमें प्रतिभाशाली ट्रेंट बोल्ट शामिल नहीं थे जिनकी सुबह की नमी पर ‘बनाना इनस्विंग’ बल्लेबाजों के लिये खेलना मुश्किल कर देती है।

अय्यर के टेस्ट मैच में इस शानदार पदार्पण से और गिल के बतौर सलामी बल्लेबाज रन जुटाने से निश्चित रूप से कप्तान (रहाणे) और उप कप्तान (पुजारा) के लिये इस टेस्ट मैच से खतरे की घंटी जरूर बज जायेगी।

दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला के लिये भारतीय टीम की घोषणा भी कुछ ही दिनों में कर दी जायेगी और अगर इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों को जोहानिसबर्ग जाने के लिये चुना जाता है तो कप्तान विराट कोहली, मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और सफेद गेंद के कप्तान रोहित शर्मा (जो लाल गेंद के क्रिकेट की थिंक टैंक का अहम हिस्सा हैं) को उन्हें पूरी श्रृंखला देने के लिये काफी भरोसा दिखाना होगा।

केएल राहुल के चोटिल होने से पहले गिल को मध्यक्रम बल्लेबाज के तौर पर उतारने के लिये विचार किया जा रहा था और इस विकल्प को लंबे समय में देखना चाहते थे।

पर वह सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेले लेकिन गिल का विदेशी सरजमीं पर सर्वश्रेष्ठ प्रथम श्रेणी स्कोर वेस्टइंडीज में ए टीम के लिये पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 204 रन का है।

वह युवा हैं और टीम की इच्छानुसार कोई भी भूमिका निभाने के लिये तैयार होंगे। और अय्यर ने भी अपनी पहली परीक्षा अच्छे स्कोर से पास की है।