देहरादून: कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सोमवार को उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का कार्यभार संभाला।

चकराता के विधायक सिंह ने इंदिरा ह्रदयेश की जगह ली है, जिनका पिछले महीने निधन हो गया था ।

पद संभालने के बाद सिंह ने कहा कि कांग्रेस 2022 में उत्तराखंड में सत्ता में आने वाली है। लोग तथाकथित डबल इंजन की सरकार से निराश हैं और वे बदलाव चाहते हैं । उन्होंने 2017 में भाजपा को जबरदस्त जनादेश दिया था, लेकिन वह प्रदेश को एक स्थिर सरकार देने में भी विफल रही ।

सिंह ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, 'साढे चार साल में तीन मुख्यमंत्री और उनमें से एक को तो केवल चार माह में ही पद छोडना पड़ा। दो रावतों (त्रिवेंद्र और तीरथ) ने प्रदेश को बर्बाद कर दिया ।'’

उन्होंने कहा कि राजनीतिक अस्थिरता के कारण विकास को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा, अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है, जबकि जरूरी सामान की कीमतें आसमान छू रही हैं ।

राज्य सरकार पर भू और खनन माफियाओं के हाथों में खेलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार केवल कांग्रेस ही दे सकती है ।

यह पूछे जाने पर कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में क्या वह कांग्रेस का मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे, सिंह ने कहा कि पार्टी में काबिल नेताओं की कमी नहीं है और चुनावों के बाद पार्टी हाईकमान जिसे भी इस काम के लिए चुनेगा, उसे हरेक का समर्थन मिलेगा ।

विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में कांग्रेस में हुए संगठनात्मक बदलाव के तहत पूर्व विधायक गणेश गोदियाल को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष जबकि सिंह को राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है ।