हेमताबाद के विधायक देबेंद्र नाथ रे का शव उत्तरी दिनाजपुर जिले में बिंदल गांव में स्थित उनके घर के निकट बंद पड़ी एक दुकान के बाहर छत से लटकता मिला था।

भारतीय जनता पार्टी ने रे की मौत के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो से जांच कराने की मांग की है। पार्टी का आरोप है कि उनकी हत्या हुयी है । दूसरी ओर राज्य सरकार ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ऐसा संकेत मिल रहा है कि यह आत्महत्या का मामला है ।

केंद्रीय मंत्री देबश्री चौधरी और भारतीय जनता पार्टी के सांसद जयंत रॉय, सुकांत मजुमदार और निशिथ प्रमाणिक ने दिवंगत नेता को रायगंज में श्रद्धांजलि दी ।

भाजपा नेताओं ने इस बंद का आह्वान सुबह छह बजे से शाम छजे तक के लिये किया था । विभिन्न स्थानों पर बंद समर्थकों और पुलिस के बीच सड़क पर झड़प और पथराव की घटनाएं हुयीं ।

पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में विभिन्न जिलों में बंद कराने का प्रयास करने के आरोप में कुल 33 लोगों को हिरासत में लिया गया है ।

उत्तरी दिनाजपुर जिले में पूरी तरह बंद रहा । रायगंज और आस पास के इलाकों में सड़कों से वाहन नदारद रहे जबकि दूकानें भी बंद थी । बंद समर्थकों को सड़कों पर धरना देते देखा गया । ये लोग नारेबाजी कर रहे थे और माकपा से भाजपा में आये नेता की मौत के मामले की जांच कराने की मांग कर रहे थे ।

बालुरघाट, गंगारामपुर एवं बुनियादपुर शहरों में कोविड—19 के कारण पहले से जारी लॉकडाउन के कारण पूर्ण बंद रहा । कुछ सरकारी बसें सड़कों पर दिखी लेकिन निजी वाहन सड़कों से पूरी तरह नदारद रहे।

जिले के शहरी इलाकों में दूकानें अधिकतर बंद रही क्योंकि भाजपा कार्यकर्ताओं का धरना जारी था । बेलुरघाट के भाजपा सांसद सुकांत मजुमदार के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली और रे की मौत के मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की ।

अधिकारियों ने बताया कि बंद को लागू करने की कोशिश के दौरान भाजपा समर्थकों की झड़प कूचबिहार कस्बे में पुलिस के साथ हो गई। भाजपा समर्थक उत्तरी बंगाल राज्य परिवहन निगम डिपो से बसों को आगे जाने से रोकने का प्रयास रहे थे।

उन्होंने बताया कि बंद समर्थकों ने कूचबिहार-मथभंगा मार्ग पर चलने वाली दो बसों में तोड़फोड़ की ।

अधिकारियों के अनुसार भाजपा की कूचबिहार जिला इकाई की अध्यक्ष मालती रावा को पुलिस ने मौके से हटाया जिसके बाद बसें डिपो से रवाना हुईं।

अलीपुरद्वार में बंद समर्थकों की पुलिस के साथ झड़प हुयी । पड़ोसी जलपाईगुड़ी जिले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने विभिन्न सड़कों को जाम कर दिया ।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने बंद के समर्थन में जलपाईगुड़ी शहर में एक रैली निकाली जबकि राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसके विरोध में मार्च किया ।

वहीं उत्तरी बंगाल के सबसे बड़े शहर सिलीगुड़ी में सरकारी बसों का परिचालन समान्य रहा लेकिन निजी बसें कम संख्या में ही चलीं। कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुछ बाजार और दुकानें बंद ही हैं और शहर के कुछ क्षेत्र निरूद्ध क्षेत्र घोषित हैं और पहले से ही बंद के दायरे में हैं। हालांकि जो बाजार खुले थे, लोग वहां आते-जाते देखे गए।

मालदा में भी बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला है। यहां भाजपा समर्थकों ने सड़कों पर कई स्थानों पर अवरोधक लगा रखे थे और ‘निष्पक्ष’ जांच की मांग करते हुए नारे लगा रहे थे।

दोपहर बाद पार्टी के जिलाध्यक्ष गोबिंद चंद्र मंडल के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने करीब 30 मिनट के लिये राजमार्ग को अवरूद्ध कर दिया ।