तिरुवनंतपुरम : कांग्रेस नेता के मुरलीधरन ने शनिवार को अपने सहयोगी के वी थॉमस के मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के 23वें पार्टी कांग्रेस के तहत आयोजित एक संगोष्ठी में शामिल होने के फैसले पर आपत्ति जताई। मुरलीधरन ने कहा कि वाम दल का प्रदेश नेतृत्व हमेशा से कांग्रेस को बर्बाद करना चाहता है।

सांसद मुरलीधरन ने कहा कि यह एक सामूहिक निर्णय था कि कोई भी कांग्रेसी माकपा के पार्टी कांग्रेस में भाग न ले और राज्य के सांसदों ने इस संबंध में पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से विशेष अनुरोध किया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि अगर देश के किसी अन्य हिस्से में सम्मेलन आयोजित किया जाता तो यह कोई मुद्दा नहीं होता।

उन्होंने आरोप लगाया कि माकपा की केरल इकाई का कांग्रेस के कुछ चुनिंदा नेताओं को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करके पार्टी के भीतर गतिरोध पैदा करने का एक छिपा हुआ एजेंडा है।

देश के अन्य हिस्सों में कांग्रेस और मार्क्सवादी पार्टी के बीच गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर मुरलीधरन ने कहा कि पार्टी के लोगों को माकपा सम्मेलन में शामिल होने से रोकने का मतलब यह नहीं है कि ऐसी कोई साझेदारी नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पार्टी कांग्रेस की मेजबानी माकपा की केरल इकाई द्वारा की जा रही है। वे हमेशा से कांग्रेस की बर्बादी चाहते रहे हैं। किसी भी कांग्रेसी के लिए उनके कार्यक्रम में शामिल होना उचित नहीं है।’’

मुरलीधरन ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की भी आलोचना करते हुए कहा कि वह आजकल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आश्रित की तरह काम कर रहे हैं और वह एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने पार्टी सम्मेलन के दौरान अपने भाषण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एक भी शब्द नहीं कहा।

थॉमस के पार्टी आलाकमान के निर्देश की अवहेलना करते हुए ‘‘केंद्र-राज्य संबंधों’’ पर संगोष्ठी में भाग लेने के लिए शुक्रवार को कन्नूर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया।