तिरुवनंतपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने ब्रिटेन के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के बाद कहा कि काम की तलाश में विदेश जाने वाले लोगों के रोजगार की सुरक्षा व कल्याण के लिए एक आव्रजन कानून की आवश्यकता है।

विजयन अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ यूरोप यात्रा पर हैं।

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से रविवार को जारी एक बयान के अनुसार, विजयन ने एक दिन पहले लंदन में आयोजित ‘यूरोप-यूके रीज़नल कॉन्फ्रेंस ऑफ द लोक केरल सभा’ में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के बाद विजयन ने कहा कि काम की तलाश में विदेश जाने वालों के रोजगार की सुरक्षा व कल्याण के लिए आव्रजन कानून की आवश्यकता है।

बहरहाल, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीति सभी को विदेश भेजने की नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य यहां विकास के माध्यम से एक ‘‘नए केरल’’ का निर्माण करना है।

मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य राज्य में शिक्षा के क्षेत्र को और अधिक सशक्त बनाना और केरल को उच्च शिक्षा का केंद्र बनाना है।

बयान के अनुसार, केरल-ब्रिटेन परियोजना के पहले चरण में स्वास्थ्य क्षेत्र में विभिन्न पेशेवरों के लिए 3,000 से अधिक नौकरियों का सृजन होगा। प्रक्रिया पूरी होने के बाद नवंबर में एक सप्ताह के ‘यूके एम्प्लॉयमेंट फेस्ट’ (ब्रिटेन रोजगार कार्यक्रम) के आयोजन की भी योजना है।