तिरुवनंतपुरम : कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह ‘‘अपने संवैधानिक पद का अपमान’’ कर रहे हैं और उसने संदेह जताया कि क्या दक्षिणी राज्य में वाम सरकार और राज भवन के बीच चल रही लड़ाई ‘‘पहले की तरह लड़ाई का महज दिखावा’’ है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने खान द्वारा वित्त मंत्री के एन बालगोपाल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन को पत्र लिखने को लेकर हुए विवाद के बाद राज्यपाल पर निशाना साधा।

अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव (मीडिया एवं संचार) जयराम रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘केरल के राज्यपाल सभी दलों के व्यक्ति हैं। वह अपने करियर में कई राजनीतिक दलों में रह चुके हैं। वह महाराष्ट्र तथा अन्य राज्यों में अपने समकक्षों की तरह ही अपने संवैधानिक पद का अपमान कर रहे हैं।’’

पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व का खान के भाजपा के करीब आने से पहले कई अन्य दलों से रहे नाते का जिक्र करते हुए यह बयान ऐसे वक्त में दिया गया है जब एक दिन पहले केरल में खान द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे पत्र को लेकर विवाद पैदा हो गया।

राज्यपाल खान ने मुख्यमंत्री विजयन को पत्र लिखकर वित्तमंत्री के एन बालगोपाल के खिलाफ ‘‘ संविधान सम्मत’’ कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने यह मांग बालगोपाल द्वारा कथित तौर पर ‘‘ राष्ट्रीय एकता को कमतर’’ करने वाला भाषण देने के मामले में की है। राज्यपाल की इस मांग को मुख्यमंत्री ने खारिज कर दिया है।

रमेश ने कहा, ‘‘लेकिन यह पहले की तरह महज एक-दूसरे से लड़ने का दिखावा हो सकता है।’’

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार और राज्यपाल के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर लड़ाई में हस्तक्षेप करते हुए कांग्रेस का केरल नेतृत्व अक्सर यह कहता रहा है कि दोनों के बीच लड़ाई लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए है।