अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि सत्तारूढ़ वाई एस आर कांग्रेस राज्य को विशेष दर्जा दिलाने के लिये केन्द्र को राजी करने में असमर्थ है क्योंकि लोकसभा में भाजपा नीत राजग सरकार के पास बहुमत है।

जगन ने कहा, '...उसके पास लोकसभा में पूर्ण बहुमत है। लिहाजा हम असहाय स्थिति में हैं, जहां हम विशेष दर्जे के लिये बार-बार गुहार लगाने के अलावा कुछ नहीं कर सकते।'

हालांकि उन्होंने आशा जतायी की भगवान ने चाहा तो यह स्थिति एक दिन बदल जाएगी।

उन्होंने कहा, 'भगवान के आशीर्वाद से, मुझे आशा है कि जल्द ही या बाद में (कुछ) अच्छा होगा।'

जगन ने रोजगार भर्ती कैलेंडर जारी करते हुए ये टिप्पणियां कीं। उन्होंने मौजूदा हालात के लिये पिछली चंद्रबाबू नायडू सरकार को जिम्मेदार बताया।

जगन ने कहा, 'उन्होंने विशेष पैकेज और वोटों के लिये विशेष दर्जे को गिरवी रख दिया। उनके दो सांसदों ने केन्द्रीय मंत्री के पद का आनंद लिया और विशेष दर्जे के साथ समझौता किया गया। इसके परिणामस्वरूप, अब हम जब भी नयी दिल्ली जाते हैं तो विशेष दर्जे के लिये गुहार लगानी पड़ती है। गुहार लगाने के अलावा हम कुछ नहीं कर सकते।'

वाईएसआर कांग्रेस के लोकसभा में 22 सांसद होने के बावजूद आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिलाने में नाकामी को लेकर विपक्षी दलों द्वारा आलोचना किये जाने के बाद उनका यह बयान आया है।