अमरावती : आंध्र प्रदेश सरकार बीते दो साल में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरियों की छह लाख से अधिक रिक्तियां भरने के दावे को लेकर विपक्ष के निशाने पर आ गई है।

तेदेपा समेत राजनीतिक दलों ने आरोप लगाया कि जगन मोहन रेड्डी नीत सरकार ने सत्ता में आने से पहले लाखों नौकरियां देने के बड़े बड़े वादे किए थे और अब उसने 10 हजार पदों पर भर्ती का रोजगार कैलेंडर जारी कर राज्य के युवाओं से साथ धोखाधड़ी की है।

जगन ने 18 जून को नौकरी कैलेंडर जारी किया था। इसके तहत अगले नौ महीनों में 10,143 से अधिक पदों पर भर्ती का कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि उनकी सरकार ने बीते दो साल में 6,03,756 नौकरियां सृजित की हैं।

तेदेपा सांसद राममोहन नायडू ने मुख्यमंत्री के खिलाफ हमलावर रुख अपनाते हुए उनपर नौकरी कैलेंडर के नाम पर युवाओं की 'पीठ में छुरा घोंपने' का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, 'नेता प्रतिपक्ष रहते हुए जगन ने 2.30 लाख रिक्तियां भरने और शिक्षकों के 26 हजार पद सृजित करने का वादा किया था। लेकिन अब उन्होंने केवल 10 हजार पदों पर भर्ती का कैलेंडर जारी किया है। यह असहाय युवकों को अंधेरे में धकेलने जैसा है।'

भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष सोमू वीरराजू ने पूछा कि जगन ने सत्ता में आने से पहले जिन 2.40 लाख नौकरियों का वादा किया था, उनका क्या हुआ।

उन्होंने कहा, 'इस सरकार ने एपीपीएससी के जरिये नौकरी की एक अधिसूचना जारी नहीं की और अब झूठा प्रचार कर रही है कि इसने 6.03 रिक्तियों पर भर्ती की है। यह बेरोजगार युवाओं के साथ धोखाधड़ी है।'